पंडित गोपाल कृष्ण महाराज की अचानक से भजन के बीच में ही हार्ट अटैक से मौत हो गई. महाराज जी अपने भक्तों के बीच जब भजन गा रहे थे और सभी लोग भक्ति लीन में थे उसी वक्त अचानक से दिल का दौरा पड़ गया. महाराज जी गाते-गाते बीच में ही बोलना बंद कर दिया है. जब उनकी शुरुआती चेक की गई तो पता चला महाराज की मृत्यु हो गई है.
आइए दिन हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है
यह कोई पहला केस नहीं है कि अचानक से किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है. इससे पहले भी अचानक से हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों की खबर आई है. सिर्फ आम आदमी ही नहीं सेलेब्स भी इस बीमारी के शिकार हुए हैं. फेमस सिंगर केके की मौत 31 मई 2022 को हार्ट अटैक के कारण हुई थी. कंसर्ट के दौरान ही उन्हें गर्मी से बैचेनी हो रही थी बाद में उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया. बीते कुछ सालों में हर उम्र के लोग चाहे वह बच्चा, बुजुर्ग या नौजवान ही क्यों न हो हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं.
आए दिन न्यूज पेपर में हम ऐसी खबर पढ़ते हैं कि गरबा, जिम, डांस, खाना खाते हुए, शादी में डांस के दौरान लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. यह बेहद चिंता की बात. वहीं सरकार और डॉक्टर्स इस पर काम भी कर रहे हैं आखिर किन कारणों से लोगों को हार्ट अटैक आ रहे हैं. लेकिन आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि हार्ट अटैक आने के कितनी देर में मौत हो जाती है.
किस उम्र में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है?
डॉक्टर्स के मुताबिक हार्ट अटैक किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है. इसके कई सारे रिस्क फैक्टर्स हैं. जैसे- हाई बीपी, मोटापा, डायबिटीज के मरीजों को हार्ट अटैक का काफी ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा रहता है. 45 की उम्र में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा रहता है वहीं महिलाओं को 55 की उम्र में हार्ट अटैक का खतरा रहता है.
WHO की रिपोर्ट
WHO की ताजा रिपोर्ट भी भारतीयों को डरा देगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पिछले 10 वर्षों में हृदय रोग से होने वाली मौतों की संख्या में 75 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक अकेले साल 2019 में दुनिया भर में दिल की बीमारियों से करीब 1.80 करोड़ लोगों की मौत हो गई. इनमें से 85 प्रतिशत मौतें अकेले दिल के दौरे के कारण होती हैं.
इस वजह से होता है हार्ट अटैक से मौत
हृदय रोग विशेषज्ञ के अनुसार हृदयाघात की स्थिति को 'मायोकार्डियल इनफार्क्शन' कहा जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां हृदय के एक हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है और इसके कारण रक्त और ऑक्सीजन लंबे समय तक नहीं पहुंच पाता है. जिसके कारण यह काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. दिल का दौरा पड़ने का मुख्य कारण आमतौर पर रक्त के थक्कों का जमा होना है. इसे रक्त का थक्का जमना भी कहा जाता है, जो धमनियों में वसा जमा होने के कारण होता है. जब हार्ट में ऑक्सीजन और ब्लड ठीक से नहीं पहुंच पाती है तो हार्ट अटैक से मौत होने के चांसेस बढ़ जाते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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