नई दिल्लीः हर साल गर्मियों में बच्चे स्‍वीमिंग की ट्रेनिंग लेने और स्विमिंग करने जाते हैं. वहीं हर साल स्वीमिंग के दौरान कई बच्चों की किसी ना किसी वजह से मौत हो जाती है. यूएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2007 में 1 से 19 साल तक के 3,443 बच्चों की मौत डूबने से हुई है. और इसमें अधिकत्तर मौत का कारण पूल रहे हैं. दरअसल, स्वीमिंग के दौरान बेसिक सेफ्टी रूल्स पर ध्यान नहीं दिया जाता, नतीजन बच्चें असमय मौत का शिकार हो जाते हैं. तो चलिए जानते हैं स्वीमिंग के दौरान किन बातों का खास ध्यान रखें.


स्विम करना सीखें-
जिन बच्चों को या टीनेजर्स को स्विमिंग नहीं आती पहले उन्हें स्विमिंग सीखनी चाहिए और बिना लाइफ गार्ड के पूल में नहाना या खड़े नहीं होना चाहिए.

सुपरवाइज चिल्ड्रन-
बच्चों को कभी भी बिना सुपरवाइजर के स्विम करने की परमिशन नहीं देनी चाहिए. मेडलाइंस प्लस की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चा बहुत ही जल्दी और साइलेंली डूब सकता है. सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकत्तर पूल एक्सीडेंट्स 1 से 4 साल तक के बच्चों में घर में मौजूद पूल में हुए हैं. पांच मिनट के अंदर पेरेंट्स की लापरवाही से बच्चों ने अपनी जान गंवाई है. जब भी बच्चों को स्विमिंग करवा रहे हो अलर्ट रहें. आपकी जरा सी असावधानी बच्चे की जान के लिए जोखिम बन सकती है.

लाइफगार्ड ड्यूटी पर हो तभी करने दें स्वीमिंग-
बच्चों को तभी स्वीमिंग के लिए भेजें जब लाइफगार्ड मौजूद हो. साथ ही ऐसे एरिया में स्वीमिंग करने की परमिशन दें जहां अधिकारिक तौर पर स्वीमिंग के लिए जगह बनाई गई हो. बच्चों को लाइफगार्ड की बात मानने के लिए समझाएं.

ड्रग या एल्कोहल लेकर स्विमिंग ना करें-
सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बड़ों के लिए भी कुछ रूल्स बेहद जरूरी है. आप कोई भी ड्रग्स या एल्कोहल का सेवन करने के बाद स्वीमिंग ना करें. फिर बेशक आपको स्वीमिंग बहुत अच्छी आती हो.

अकेले स्वीमिंग ना करें-
ल में कुछ देर अकेले रहना बहुत अच्छा है. लेकिन आप फिर भी अकेले स्वीमिंग ना करें. एक्सीडेट कभी भी हो सकता है तो आप भी सावधानी बरतें.

आंधी-तूफान में स्वीमिंग ना करें-
लाइफगार्ड के रूल्स फॉलो करते हुए आंधी-तूफान के दौरान पूल से तुरंत बाहर आ जाएं. अगर घर में स्वीमिंग पूल है तो भी आंधी-तूफान आने पर तुरंत पूल से बाहर आ जाएं.

सिर के बल डाइविंग ना करें-
कभी भी सिर के बल बच्चों को डाइविंग ना करने दें. इससे बच्चा जख्मी हो सकता है. बच्चे के सिर में चोट लग सकती है. पैरों के बल डाइविंग करना सही है.

अन्य सावधानियां-

  • पानी के बीचो-बीच रूककर उधम ना मचाएं.

  • पानी में बच्चों के ट्वॉय नहीं ले जाना चाहिए.

  • बच्चों को लाइफ जैकेट पहनाकर स्वीमिंग करवानी चाहिए.

  • बच्चों की आंखों, सिर और कान के लिए प्रोपर कैप लें यानि स्वींमिंग किट पूरी लें. ताकि बच्चों को कोई इंफेक्श्न ना हो.

  • बच्चा बीमार या थका हुआ महूसस कर रहा हो तो स्वीमिंग के लिए फोर्स ना करें.


दिशा-निर्देशः




  • बच्चों को स्वीमिंग की ट्रेनिंग दिलवाने जा रहे हैं तो ट्रेनिंग सेंटर की पूरी जानकारी रखें.

  • उनके यहां कितने लाइफगार्ड कब-कब रहते हैं.

  • बच्चों की सिक्योरिटी के क्या इंतजाम है, ये जांच लें.

  • पूल सप्ताह में कितनी बार क्लीन होता है, ये भी ध्यान रखें.

  • आपके बच्चे को कौन ट्रेंड करेगा उसकी जानकारी भी रखें और उसका कॉन्टेक्ट नंबर भी अपने पास रखें.

  • ट्रेनिंग सेंटर को लाइसेंस मिला हुआ है या नहीं ये भी देखें.

  • ट्रेनर्स कितने एक्सपीरिएंस्ड हैं, जैसी चीजों की भी जानकारी रखें.