सैलून में भूल से भी न कटवाएं नाखून हो सकता है इंफेक्शन, इसी चक्कर में एक महिला का काटना पड़ा अंगूठा
जरा सी लापरवाही गंभीर हो सकती है. जार्जिया में ऐसा ही मामला देखने को मिला है. यहां एक महिला सैलून पर पैर के नाखून की सफाई कराने गई. कर्मचारी की लापरवाही से अंगूठे में गंभीर संक्रमण हो गया.
Pedicure For Foot: इन्फेक्शन बॉडी में कहीं भी हो सकता है. कभी सामान्य होता है. खुद से ठीक हो जाता है. कभी थोड़ा गंभीर होता है. एंटीबायोटिक दवाओं से इस पर काबू पा लिया जाता है. लेकिन कभी इतना गंभीर हो जाता है कि दवाएं तब असर नहीं करती हैं. कभी इन्फेक्शन बॉडी में होता है तो कभी खुद या किसी ओर की लापरवाही से गंभीर संक्रमण का शिकार हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला जार्जिया में देखने को मिला है. यहां एक महिला को पैर का अंगूठा तक कटाना पड़ा
सैलून पर गई थीं पैर के नखून साफ कराने
जॉर्जिया स्थित फ्लावरी ब्रांच निवासी 59 वर्षीया अनीता हाउस ने मीडिया को बताया कि फरवरी 2019 में वह और उसकी बहन पेडीक्योर के लिए एक स्थानीय नेल सैलून गए. हाउस के अनुसार कर्मचारियों ने पेडीक्योर टब में एक साफ, डिस्पोजेबल लाइनर का इस्तेमाल किया. सैलून कर्मचारी ने हाउस के दाहिने पैर के बड़े पैर की अंगुली पर एक नाखून को बहुत अंदर से हटा दिया. उसने बताया कि नाखून से कोई परेशानी नहीं थी. लेकिन सैलून कर्मी ने उसे गहरे तक काट दिया था. पैर से बहुत अधिक ब्लड निकलने लगा.
बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो गया
अनीता हाउस ने बताया कि पहले नाूखन में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी. लेकिन जैसे ही नाूखन कटा उसके कुछ दिन बाद से ही पैर के अंगूठे की स्थिति बेहद खराब होने लगी. अगले कुछ दिनों में पैर की अंगुली लाल हो गई. इसमें काफी सूजन और गंभीर दर्द हो गया था.
डॉक्टरों से भी नहीं हुआ ठीक
पैर के अंगूठे केा पोडियाट्रिस्ट को दिखाया. पोडियाट्रिस्ट आमतौर पर पैरे के अंगूठे या उंगलियों का ही इलाज करते हैं. उसने एक एंटीबायोटिक क्रीम और एक ओरल एंटीबायोटिक दिया. सात दिन तक यह खुराक लेनी थी. इन दवाओं से कोई लाभ नहीं हुआ. पैर की अंगुली और अधिक लाल, सूजन बढ़ गई और भयंकर दर्द रहने लगा. जब पहले पोडियाट्रिस्ट से आराम नहीं हुआ तो वह दूसरे पोडियाट्रिस्ट के पास गई. उसने भी एंटीबायोटिक्स दी. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
तीसरे डॉक्टर ने कहा, काटना पड़ेगा अंगूठा
जब दोनों पोडियाट्रिस्ट से आराम नहीं पड़ा. डॉक्टर को दिखाते हुए महीना भर हो गया तो वह संक्रामक रोग विशेषज्ञ से मिली. डॉक्टर ने हाउस को बताया कि पैर की अंगुली के अंदर बैक्टीरिया कल्चर कभी नहीं लिया गया. इससे यह पता चल जाता कि असल में संक्रमण कहां हुआ था. पहले संक्रमण मामूली था. लेकिन बाद में वह अंगूठे की सारी हडिडयों में फैल गया था. डॉक्टर ने अंगूठा काटने की सलाह दी. बाद मंे डॉक्टर को अंगूठा तक काटना पड़ा.
महिलाएं बरतें सावधानी
शहरों में अकसर पेडीक्योर कराने के लिए सैलून होते हैं. इन पैडीक्योर में पैरों की सफाई की जाती है. इस दौरान देखें कि पेडीक्योर में जिस लिक्विड का प्रयोग किया जा रहा है. वह गंदा या संक्रमित तो नहीं है. जो उपकरण प्रयोग में लाए जा रहे हैं. उनको नाखून कटवाने से पहले सैनिटाइज करवा लें. कोशिश करें कि किसी प्रशिक्षित पेडीक्योर संचालिका से ही नाखूनों की सफाई कराई जाए.
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