कोरोना काल में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तेजी से आयुर्वेद अपना रहे हैं लोग
कोरोना वायरस से फैली महामारी के बीच रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए अश्वगंधा के इस्तेमाल की बात सामने आई है. इसके साथ-साथ जड़ी बूटियों से बने काढ़े को भी लोग तरजीह दे रहे हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. डॉक्टरों की तरफ से लगातार लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने की सलाह दी जा रही है. क्योंकि रोग प्रतिरोधक क्षमता के मजबूत होने से कोविड-19 महामारी से खुद को बचाया जा सकता है. ऐसे में लोग आयुर्वेद और योगा की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं.
कोरोनावायरस का असर पूरी दुनिया में फैला हुआ है. लाखों लोग इससे संक्रमित हैं, जिनमें से कई अपनी जान गंवा चुके हैं. बीमारी का सही इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है और इसके वैक्सीन के लिए दुनियाभर की लैबोरेटरी में प्रयोग चल रहे हैं. इस बीच एक रिसर्च में सामने आया है कि अश्वगंधा में पाए जाने वाले एक तत्व की मदद से इस बीमारी की दवा बनाने में मदद मिल सकती है.
- भारत में आयुर्वेदिक उपचार और जड़ी-बूटियां व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं. ऐसी ही एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है अश्वगंधा. 3000 से अधिक वर्षों से अश्वगंधा, जिसे "भारतीय जिनसेंग" या "विंटर चेरी" के रूप में भी जाना जाता है, में हीलिंग गुण होते हैं.
- स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसार, अश्वगंधा आपके मन, शरीर और आत्मा को फिर से जीवंत कर सकता है. भारतीय जिनसेंग के कई लाभ हैं, ये एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है, अंगों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है, सहनशक्ति को बढ़ाता हैं और एक लंबा, स्वस्थ जीवन देने की क्षमता रखता है. इसलिए ये एकमात्र एंटी-एजिंग फूड है जिसे आपको वास्तव में अपनी डायट में शामिल करना चाहिए.
- अश्वगंधा में कई एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो दिल की सेहत और पाचन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं. इस जड़ी बूटी में मौजूद औषधीय गुण ब्लड शुगर के लेवर को कम करने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कारगर हैं. कई शोधों का दावा है कि अश्वगंधा एंटी-कार्सिनोजेनिक हो सकता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर में कैंसर की कोशिकाओं के विकास को कम कर सकता है और पहले से मौजूद कैंसर सेल्स के खिलाफ लड़ सकता है. यह सहनशक्ति को बढ़ाता है और आपकी प्रतिरक्षा में सुधार करता है.
- अश्वगंधा मूड विकारों, चिंता, तनाव और डिप्रेशन से जुड़े लक्षणों को मिटाने में कारगर है. आयुर्वेदिक सिद्धांतों के अनुसार, अश्वगंधा जड़ीबूटी तनाव, चिंता से निपटने और कॉर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को कम करके आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाती है.
- अश्वगंधा का नियमित रूप से सेवन करने से पॉजिटिव वाइब्स पैदा हो सकती हैं और सेहत को बढ़ावा मिल सकता है. साथ ही, यह बेहतरीन नींद के रूप में भी काम करता है.
- अश्वगंधा में विशेष अर्क होते हैं जो मस्तिष्क के कार्य में सुधार कर सकते हैं. सुस्ती और याददाश्त की कमी को दूर कर सकता है. आपकी याददाश्त को तेज कर सकता है. यह बढ़ती उम्र के बच्चों और 40 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों के लिए एक अच्छी औषधी है. यह मस्तिष्क में नाइट्रिक एसिड का उत्पादन बढ़ाने का काम करता है, जो शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है.
- यह हमारी हार्मोनल समस्याओं और असंतुलन को ठीक करने में मदद करता है. ये थायरॉयड, पुरुषों की प्रजनन क्षमता और यौन स्वास्थ्य को भी बढ़ावा दे सकता है.
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.
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