Dog Vaccination: पेट्स लवर्स को पता है कि उनके लिए उनके पेट्स की वैल्यू क्या है. क्योंकि उनके लिए पैट फैमिली मेंबर होता है. अपने खाने, सोने और सभी जरूरतों का ध्यान रखने के साथ ही पैट लवर्स अपने प्रिय पेट की हर जरूरत का ध्यान अपने बच्चे की तरह रखते हैं. ऐसे ही पेट लवर्स के लिए यहां बेहद जरूरी जानकारी आपके पैट की वैक्सिनेश को लेकर दी जा रही है...


अगर आप पप्पी अडॉप्ट कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि अगर इसकी उम्र जब 6 से 8 सप्ताह की हो तभी इसे पहली वैक्सीन इसी उम्र में लगनी चाहिए और वैक्सिनेशन की सभी डोज 12 से 16 महीने की उम्र तक पूरी हो जानी चाहिएं. इसके बाद बूस्टर डोज लगने का सिलसिला शुरू हो जाएगा, जिनमें से ज्यादातर साल में एक बार लगाई जाती हैं. यह रुटीन मेंटेन रखना पैट की लाइफ और आपके लिए बहुत बेफिक्र कर देने वाला रहता है. यहां हम आपके लिए ऐसी कुछ चुनिंदा वैक्सीन की जानकारी लेकर आए हैं, जो आपके पेट को जरूर लगनी चाहिए.


1. रेबीज की रोकथाम के लिए 
पप्पी को रेबीज की पहली वैक्सीन तब लगनी चाहिए जब इसकी उम्र 12 सप्ताह की हो यानी 3 महीने की उम्र में. क्योंकि आपका पप्पी अगर वैक्सिनेशन से प्रॉटेक्टेड नहीं है तो यह आपके लिए और आपके बेबी पेट के लिए मुसीबत का कारण बन सकता है. 


2. कैनिन डिस्टेंपर के लिए वैक्सिनेशन 
कैनिन डिस्टेंपर एक संक्रामक रोग है, जो बहुत तेजी से फैलता है और ये बहुत डॉग्स से इंसानों में भी आ सकता है, जिसके कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, नाक और आंख संबंधी समस्याएं होत सकती हैं. आप अपने डॉग को 8 सप्ताह की उम्र में लगवानी चाहिए.


3. परवोवायरस
कैनिन परवोवायरस बहुत ही घातक और संक्रामक वायरस है जो जानलेवा भी साबित होता है. इससे बचाव के लिए आप अपने डॉग को 8 सप्ताह की उम्र में ही वैक्सीन लगवाएं.


4. हेपेटाइटिस


हेपेटाइटिस कैनाइन एडेनोवायरस 1 (CAV-1) के कारण होता है जो आमतौर पर पानी या खाद्य पदार्थों के माध्यम से फैलता है. यह वैक्सिनेशन भी आप अपने पेट्स को 8 सप्ताह की उम्र के बाद करा सकते हैं.


5. लेप्टोस्पायरोसिस
पेट्स में होने वाली लेप्टोस्पायरोसिस बीमारी का कारण भी बैक्टीरियल इंफेक्शन ही है. यह बीमारी भी पेट्स से मनुष्यों में आ जाती है. इस संक्रमण के दौरान शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं. इस रोग से बचने के लिए भी अपने पेट्स को आप वैक्सिनेशन 8 सप्ताह की उम्र के बाद करा सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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