डायबिटीज मरीज को फिजिकली बहुत ज्यादा एक्टिव रहना चाहिए. अगर डायबिटीज के मरीज हर रोज एक्सरसाइज करेंगे तो इससे उनका वजन और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. एक्सरसाइज करने से कई सारे फायदे मिलते हैं. डायबिटीज की बीमारी खराब खानपान और लाइफस्टाइल का नतीजा होता है. आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए ऐसे कुछ एक्सरसाइज बताएंगे जिसके जरिए आपको शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं. 


गलत खानपान से जुड़ी है डायबिटीज


आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान के बीच खुद को फिट रखना अपने आप में एक चैलेंज है. एक्सरसाइज करना तो हर किसी के फायदेमंद है लेकिन डायबिटीज मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए यह रामबाण उपाय है. 


मोटापा अपने आप में एक गंभीर बीमारी है


मोटापा अपने आप में एक बीमारी साथ ही यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है. जिसमें इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह शामिल हैं. मधुमेह से पीड़ित लोगों को पूरे दिन अपने रक्त शर्करा के स्तर की सावधानीपूर्वक निगरानी करनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुरक्षित सीमा के भीतर रहें. स्पेन में ग्रेनेडा विश्वविद्यालय के हालिया शोध ने ग्लूकोज चयापचय पर व्यायाम के समय के प्रभाव पर प्रकाश डाला है. रिसर्चर ने पाया कि जो लोग दिन आखिर में ज्यादा एक्टिव होते हैं उनके ब्लड शुगर बढ़ सकते हैं. उनको मोटापा बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है. 


स्विमिंग


आंकड़े बताते हैं कि स्विमिंग करने तेजी में कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज तेजी में कंट्रोल होता है. स्विमिंग करने से जोड़ों पर काफी ज्यादा दबाव पड़ता है. आप इसके साथ-साथ एरोबिक एक्सरसाइज भी कर सकते हैं इससे शरीर के निचले भाग को कम करने में मदद मिलती है. 


वेट ट्रेनिंग


वेट ट्रेनिंग के जरिए भी आराम से शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं. इससे ब्लड शुगर भी कम होता है. साथ ही साथ कैलोरी बर्न होती है. और मसल्स को बढाने में भी मदद मिलती है. डायबिटीज के मरीज अपने शरीर को जितनी ज्यादा एक्टिव रखेंगे उनके शरीर को फायदा होगा. 


योगा


योगा करने से शरीर लचीला होता है यह हमें अंदर से मजबूती देता है. डायबिटीज मरीज को एक्सरसाइज या योगा करना चाहिए. इससे स्ट्रेस भी कम होता है और ब्लड में शुगर लेवल भी कम होता है. जो व्यक्ति जितना ज्यादा स्ट्रेस लेता है उसके शरीर का शुगर लेवल उतना ही तेजी से बढ़ेगा. 


इस रिसर्च में शामिल डायबिटीज मरीजों ने शारीरिक गतिविधि को ट्रैक करने के लिए डिवाइस पहनी और 14 दिनों तक लगातार ग्लूकोज़ मॉनिटर लगाए.


सुबह: 06:00 से 12:00 के बीच कम से कम 50% गतिविधि


दोपहर: 12:00 से 18:00 के बीच कम से कम 50% गतिविधि


शाम: 18:00 से 00:00 के बीच कम से कम 50% गतिविधि


आखिर में पता चला कि ग्लूकोज चयापचय को स्थिर करती है


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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