कमजोरी बने रहने की कई वजह होती हैं, जिनमें मुख्य वजह है शरीर में पोषक तत्वों की कमी और दूसरी मुख्य वजह है शरीर में खून की कमी. इनके साथ ही ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से ना होना या शरीर को उसकी जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन ना मिलना भी हर समय थकान और कमजोरी का अहसास कराता है.
जब शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं होता है तो शरीर में भारीपन, श्वसन तंत्र में समस्या, अंदरूनी सूजन और सांस फूलना जैसी कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि शरीर में ऑक्सीन का प्रवाह कैसे बढ़ाया जाए तो इसका जवाब है अपने श्वसनतंत्र को मजबूत और निरोग करके.
इस काम में आपकी बहुत सहायता करती हैं ये आयुर्वेदिक औषधियां...
- आंवला पाउडर
- मुलेठी चूर्ण
- द्राक्षारिष्ट सिरप
आंवला पाउडर का सुबह खाली पेट सेवन करने पर आपका श्वसनतंत्र और पाचनतंत्र दोनों ही मजबूत बनते हैं. इसके लिए एक चम्मच आंवला पाउडर को रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में घोलकर रख दें और सुबह सबसे पहले इस पानी का सेवन करें.
मुलेठी चूर्ण
मुलेठी खांसी दूर करने, कफ नियंत्रित करने और श्वसनतंत्र को मजबूत बनाने की बेहद प्रभावी औषधि है. आप इसका सेवन खाना खाने के बाद दिन में दो बार शहद में मिलाकर कर सकते हैं. आप एक चौथाई चम्मच मुलेठी चूर्ण को शहद में मिक्स कर लें और मिश्रण को धीरे-धीरे चाटकर खाएं.
द्राक्षारिष्ट
संस्कृत में अंगूर को द्राक्षा कहते हैं. इससे बनी औषधि को द्रारिष्ट कहा जाता है क्योंकि इस टॉनिक में मुख्य घटक के रूप में अंगूर के रस का उपयोग होता है. द्राक्षारिष्ट श्वसनतंत्र को मजबूत बनाने के साथ ही शारीरिक कमजोरी को दूर करने की अचूक दवा है. यह शरीर में खून बढ़ाने और खून की सफाई का भी काम करती है. एनीमिया होने पर इस दवा का सेवन खास लाभ देता है. आपको इसका सेवन कैसे करना है, इस बारे में आप अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से ही परामर्श करें. क्योंकि हर व्यक्ति के लिए इसकी डोज और सेवन विधि उसकी शारीरिक आवश्यकता के अनुसार होती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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