गाजा में हाल ही में पोलियो के प्रकोप ने माता-पिता और स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 जुलाई को गंदे पानी में पोलियो के नमूने पाए हैं. वहीं पलेस्टाइन क्षेत्र को पोलियो महामारी क्षेत्र घोषित कर दिया गया है.


25 साल पहले यह बीमारी इस क्षेत्र से पूरी तरह से खत्म हो गई थी वहीं एक बार फिर यह इस खतरनाक तरीके से वापसी कर रही है. लाखों विस्थापित फिलिस्तीनियों के साथ भयावह परिस्थितियों में रहने के कारण, जहां न तो स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और न ही बुनियादी चिकित्सा आपूर्ति ऐसी स्थिति में इन लोगों के लिए आगे सरकार क्या करती है. वह तो वक्त ही बताएगा. 


पोलियो क्या है?


पोलियो, एक तेजी से फैलने वाली संक्रामक वायरल बीमारी है, जिससे लकवा सहित गंभीर स्वास्थ्य संमस्याएं हो सकती हैं. अपने बच्चों को इस गंभीर रूप से दुर्बल करने वाली बीमारी से बचाने के लिए इसके कारणों, लक्षणों, इलाज के बारे में विस्तार से जानें. 


पोलियो के कारण


पोलियो वायरस अक्सर गंदा खाना और पानी के कारण होता है. वहीं संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी यह बीमारी फैलती है. गंदगी और कमजोर इम्युनिटी इस बीमारी को तेजी से फैलाती है. गाजा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र प्रकोप के दौरान विशेष रूप से असुरक्षित हो जाते हैं. वायरस उन स्थितियों में पनपता है जहां गंदा पानी और गंदगी ज्यादा है. इसके कारण यह तेजी से फैलता है.


पोलियो के लक्षण


पोलियो के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, कुछ व्यक्तियों में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं, जबकि दूसरे में इसके गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं. 
बुखार


थकान


सिरदर्द


मतली


गर्दन और पीठ में अकड़न


मांसपेशियों में दर्द


5 साल से कम उम्र वाले बच्चे में पोलियो के लक्षण दिखाई देते हैं. यह एक वक्त के काफी ज्यादा गंभीर हो सकते हैं. 


पोलियो का इलाज


एक बार संक्रमित होने के बाद पोलियो का कोई इलाज नहीं है. इसके लक्षण दिखते ही डॉक्टर से बिना समय गवाएं इलाज बेहद जरूरी है. गंभीर मामलों में अक्सर दर्द से राहत, फिजियोथेरेपी और श्वसन सहायता के लिए वेंटिलेटर के उपयोग सहित सहायक देखभाल की आवश्यकता होती है. 


बच्चों को पोलियो से बचाएं


अपने बच्चों को पोलियो से बचाने का सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है. कई खुराक में दी जाने वाली पोलियो वैक्सीन बीमारी को रोकने में काफी ज्यादा असरदार है. जिन क्षेत्रों में वायरस फैल रहा है, वहां यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि बच्चों को वैक्सीन की सभी खुराक कैसे मिले.


बचने का तरीका


बच्चे नियमित रूप से साबुन और साफ पानी से अपने हाथ धोएं, गंदा खाना और पानी से बचाएं.  सुरक्षा का ध्यान रखें. साफ-सफाई को लेकर बच्चे को जागरूक करें.  


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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