नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर है और बड़े पैमाने पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं. अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है. प्रदूषण चूंकि हवा में है इसलिए इससे बचा भी नहीं जा सकता. योग औषधि संस्थान के निदेशक योगी दीपक डडवाल ने कहा है कि प्रदूषण चूंकि हवा में है और हवा के बिना कोई रह नहीं सकता, ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है. उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही इस स्थिति का मुकाबला किया जा सकता है.


डडवाल ने यहां कुछ सुझाव दिए हैं :




  • फेस मास्क का प्रयोग करें, और यदि मास्क उपलब्ध नहीं है तो मुंह को ढक कर रखें.

  • आंखों में जलन हो तो बार-बार पानी से धोएं.

  • सुबह पार्क में न टहलें, क्योंकि सुबह नमी के कारण धुआं नीचे रहता है.

  • पानी ज्यादा पीएं, जिससे टॉक्सिन्स शरीर से बाहर निकल जाएं.

  • शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए ऐलोवेरा जूस, त्रिफला पाऊडर, गुड़, च्यवनप्राश का सेवन करें.

  • सांस लेने में तकलीफ हो तो चाय की भाप लें, इसके लिए स्टीमर में एक टी बैग डालें, फिर भाप लें.

  • बंद कमरों में रूम फ्रेशनेर का प्रयोग न करें.

  • सुबह और शाम को खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, क्योंकि इस समय प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ होता है.