Polycystic Ovary Syndrome: PCOS या 'पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम' एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो दुनिया भर में लगभग 10 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं को प्रभावित करता है. इससे पीड़ित महिलाओं में एण्ड्रोजन का उत्पादन ज्यादा होता है, जिसकी वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है, जो आगे चलकर ब्लड शुगर लेवल के स्पाइक्स का कारण बनता है. पीसीओएस से जूझने वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और डिप्रेशन का खतरा हमेशा रहता है. सिर्फ इतना ही नहीं, इसकी वजह से इरेगुलर पीरियड्स, अनचाहे बालों का ज्यादा बढ़ना, पिंपल्स, वजन बढ़ना और प्रेग्नेंट होने में कठिनाई जैसी कई समस्याएं पैदा होती हैं.


पीसीओएस को एक अच्छी डाइट के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि कुछ फूड आइटम्स पीसीओएस से जुड़ी परेशानियों को बढ़ा भी सकते हैं. हम यहां कुछ ऐसे ही फूड आइटम्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को हमेशा बचना चाहिए.


PCOS वाली महिलाएं इन चीज़ों से बनाएं दूरी


1. प्रोसेस्ड फूड: फ्रोजन डिनर, फास्ट फूड और पैकेज्ड स्नैक्स सहित प्रोसेस्ड फूड में आमतौर पर नमक, चीनी और अनहेल्दी फैट की मात्रा ज्यादा होती है. इनमें आर्टिफिशियल टेस्ट और प्रिजर्वेटिव्स भी हो सकते हैं, जो इंसुलिन रेजिस्टेंस और सूजन की समस्या को बढ़ा सकते हैं. पीसीओएस से जूझ रहीं महिलाओं को जितना हो सके इन फूड आइटम्स से बचने की कोशिश करनी चाहिए. इसके बजाय आप घर का सादा खाना जैसे दाल, सब्जी, रोटी, चावल और करी आदि खा सकते हैं. 


2. चीनी से भरपूर ड्रिंक्स: कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड फ्रूट जूस, सोडा आदि जैसे शुगरी ड्रिंक्स चीनी से भरपूर होते हैं, जो न सिर्फ ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं, बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण भी बन सकते हैं. क्या आप जानते हैं कि कोल्ड ड्रिंक की एक कैन में लगभग 10 चम्मच चीनी होती है? यही वजह है कि इन मीठे ड्रिंक्स को पीने से पीसीओएस के मरीजों की समस्याएं बढ़ सकती हैं. इंसुलिन स्पाइक्स से बचने के लिए आप पेपरमिंट टी, लेमन टी, लेमनग्रास टी, ब्लैक कॉफी और वेजिटेबल जूस आदि जैसे हेल्दी ड्रिंक्स पी सकते हैं. 


3. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड आइटम्स: हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड आइटम्स जैसे- सफेद ब्रेड, चावल और  पास्ता आदि ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं. पीसीओएस वाली महिलाओं को इस चीज़ों के बजाय साबुत अनाज का सेवन करना चुनना चाहिए, जिनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और तो और ब्लड शुगर के लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद मिलती है. 


4. डेयरी प्रोडक्ट: डेयरी प्रोडक्ट के सेवन से पीसीओएस से जुड़ी कुछ महिलाओं की स्थिति बिगड़ सकती है. साल 2013 में जर्नल ऑफ ह्यूमन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, डेयरी प्रो़डक्ट का ज्यादा मात्रा में सेवन करने वाली पीसीओएस महिलाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस ज्यादा था. यहां यह जानना जरूरी है कि सभी महिलाओं में डेयरी प्रोडक्ट के प्रभाव अलग-अलग हो सकते हैं. ये भी हो सकता है कि किसी महिला पर डेयरी प्रोडक्ट का कोई साइड इफेक्ट ना हो. लेकिन अगर डेयरी प्रोडक्ट सूट नहीं करते तो आपको कुछ पौष्टिक खाना या पीना चाहिए, जैसे ओट मिल्क, बादाम मिल्क और सोया मिल्क आदि. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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