अनार के पौधे का वैज्ञानिक नाम पुनिका ग्रेनटम है जो स्‍वादिष्‍ट और औषधीय फलों के लिए जाना जाता है. इस पौधे के पत्ते छोटे और चिकने होते हैं जिनमें औषधीय गुण भी होते हैं. अनार के पौधे से प्राप्‍त हर अंग का औषधीय उपयोग किया जा सकता है. चाहे वह अनार के पत्ते हो, अनार के फूल हों, अनार के फल, छिलके या छाल आदि. अनार के पत्तों का उपयोग पीलिया उपचार, दस्‍त का इलाज करने, पेट का दर्द, अनिद्रा आदि के इलाज में होता है. आइए जानते हैं अनार के पत्तों के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ-


अनिद्रा दूर करे
अनार के पत्ते अनिद्रा का इलाज करने की प्रभावी जड़ी बूटी हैं. अनिद्रा का इलाज करने के लिए आप अनार की ताजा पत्तियों का उपयोग करें. लगभग 3 ग्राम अनार की ताजा पत्तियों का पेस्‍ट बनाएं और इसे 200 मिली ग्राम पानी में उबालें. इस पानी को अच्‍छी तरह उबालें जब तक पानी लगभग 50 ग्राम न हो जाए. इस मिश्रण को रात में सोने से पहले पिएं. यह आपको अच्‍छी नींद लेने में मदद करेगा. इस तरह से अनार के पत्ते के फायदे अनिद्रा का इलाज कर आपको स्‍वास्‍थ्‍य लाभ दिला सकते हैं.


खांसी के लिए
अनार के पत्ते का उपयोग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है. आप खांसी का इलाज करने के लिए भी अनार के पत्तों का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. यदि आप खांसी से परेशान हैं तो अनार के पत्तों का काढ़ा बनाएं. इसके लिए अनार की कुछ पत्तियां लें और इन्‍हें अच्‍छी तरह से धोने के बाद पानी में उबाल लें. इस पानी को दिन में दो बार सेवन करें। यह आपके गले में मौजूद संक्रमण को दूर करने और खांसी से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है.


कान के दर्द के लिए
कान के दर्द के लिए भी अनार के पत्ते बहुत लाभदायक हैं. इसके पत्तों को अच्छी तरह से धोने के बाद, इसे पीस लें और तिल या सरसों की कुछ मात्रा में मिला लें. इस मिश्रण की कुछ बूंदें अपने कान में डालने से आपको फायदा मिलेगा.


एक्जिमा के लिए
त्‍वचा में होने वाली पुरानी खुजली को एक्जिमा कहा जाता है. एक्जिमा एक चिकित्‍सीय लक्षण है जो सूजन के रूप में जानी जाती है. एक्जिमा होने पर त्वचा में छोटे-छोटे दाने आ जाते हैं. लेकिन एक्जिमा का प्राकृतिक इलाज करने के लिए आप अनार के पत्तों का उपयोग कर सकते हैं. इसके लिए आप अनार के पत्तों का पेस्‍ट बनाएं और प्रभावित क्षेत्र में इस पेस्ट को लगाएं. यह आपको एक्जिमा के लक्षणों से छुटकारा दिला सकता है.


पेट दर्द का इलाज करें
पाचन प्रिकया के लिए अनार के पत्ते फायदेमंद होते हैं. यदि आप पेट दर्द और इससे जुडी अन्‍य समस्‍याओं से ग्रसित हैं तो अनार के पत्ते औषधी के रूप में ले सकते हैं. इनमें मौजूद पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थ पाचन क्रिया को उत्‍तेजित करने में सहायक होते हैं. जिससे आपके शरीर को पर्याप्‍त ऊर्जा प्राप्‍त होती है साथ ही यह पाचन में होने वाली परेशानियों को दूर कर सकता है. इसके लिए आप अनार के पत्तों की चाय का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा विकल्‍प के रूप में आप अनार के पत्तों से बने कैप्‍सूल और अन्‍य दवाओं का भी सेवन कर सकते हैं.


औषधीय उपयोग दस्‍त के लिए
जो लोग दस्‍त से परेशान हैं उनके लिए अनार के पत्ते दवा का काम कर सकते हैं. दस्‍त का इलाज करने के लिए अनार के पत्ते के जूस का सेवन किया जाना चाहिए. इसके लिए आप अनार के जूस के साथ अनार के पत्ते के रस को मिलाकर सेवन करें. यह पेचिश सहित दस्‍त और आंतों संबंधी समस्‍याओं का इलाज करने में प्रभावी होता है.


मुंह के छाले ठीक करने में
अनार के पत्तों में मौजूद एंटी-बैक्‍टीरियल और एंटीऑक्‍सीडेंट गुण मुंह में मौजूद बैक्‍टीरिया को नष्‍ट करने में मदद करते हैं. इस तरह से आप अपने मुंह में होने वाले छालों का इलाज करने के लिए अनार के पत्तों से बने जूस का उपयोग कर सकते हैं.