मॉडल, ऐक्ट्रेस पूनम पांडे जिंदा (Poonam Pandey is Alive) है. 2 फरवरी को उनकी टीम ने सर्वाइकल कैंसर से उनकी मौत की खबर दी थी. वहीं 3 फरवरी यानि आज खुद पूनम पांडे ने अपना एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें वह कह रही हैं कि मैं जिंदा हूं. सर्वाइकल कैंसर से मेरी मौत नहीं हुई है.लेकिन दुख की बात यह भी है कि मेरी तरह वह लाखों-हजारों महिला ऐसा नहीं कह सकती. जो हर साल इस बीमारी से मर जाती हैं.
मौत की वजह सर्वाइकल कैंसर ही क्यों?
पूनम आगे कहती हैं सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से मौत वाली खबर सिर्फ एक तरीका था ताकि लोगों को सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरूक किया जा सके. वीडियो शेयर करते हुए पूनम पांडे कहती हैं कि दूसरे कैंसर के मुकाबले सर्वाइकल का इलाज संभव है. अगर इसे लेकर लोग जागरूक होना शुरू कर देंगे तो इससे बीमारी से बची जा सकती है. अगर हर साल हम सर्वाइकल से जुड़े टेस्ट करवाएं और एचपीवी वैक्सीन लें तो इस बीमारी से जान बचाई जा सकती है.
HPV Vaccine क्या है?
भारत में लॉन्च हुई घातक बीमारी में से एक सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer) की वैक्सीन (Vaccine) को इस बीमारी को खत्म करने के लिए बनाया गया है. इस मेड इन इंडिया वैक्सीन का नाम क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (HPV Vaccine) है. दरअसल इस कैंसर में पाए जाने वाले वायरस एचपीवी को यह वैक्सीन खत्म कर देती है. इसलिए इस वैक्सीन को अगर छोटे बच्चों और लड़कियों को लगाया जाए तो वह 30 साल की उम्र तक वायरस से बच सकती हैं. आज हम आपको बताते हैं कि आप कब, कैसे और कहां से यह वैक्सीन ले सकते हैं.
क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन कि इतनी डोज है जरूरी
इस वैक्सीन की 3 डोज लगाई जाएंगी पर वैक्सीन की डोज उम्र के हिसाब से तय की जाएगी.
कहां कहां उपलब्ध होगी वैक्सीन
यह वैक्सीन सरकारी चैनल द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. फिर कुछ समय बाद यह प्राइवेट क्लीनिक में भी प्रोवाइड कर दी जाएंगी.
जानें वैक्सीन की कीमत(Cervical Cancer Vaccine Cost)
आम लोग भी इस वैक्सीन को लगवा सकें, इसलिए इसकी कीमत 200 से 400 रुपए तक रखी जा सकती है, लेकिन कीमत के बारे में यह बताया जा रहा है कि अभी यह तय नहीं की गई है.
भारत में अब तक कितने डोज बनाए गए हैं
शुरुआत में अब तक 20 करोड़ डोज तैयार की गई हैं. सबसे पहले यह भारत में वितरित की जाएंगी. उसके बाद ही इसे और देशों में एकस्पोर्ट किया जाएगा.
क्या है सर्वाइकल कैंसर
दरअसल यह कैंसर महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में पाया जाता है. यह ह्यूमन पेपिलोमा नामक वायरस है, जो एक प्रकार का इंफेक्शन है और जो सेक्शुअल कॉन्टैक्ट में आने से फैलता है. लगातार इंफेक्शन होने की वजह से यह सर्वाइकल कैंसर का रूप ले लेती है. हालांकि सही समय पर इसके बारे में पता चल जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है पर देर होने पर पैलिएटिव केयर द्वारा इसे सही किया जाता है.
भारत में सर्वाइकल कैंसर के लगभग 1,22,000 नए मामले सामने आते हैं, जिसमें लगभग 67,500 महिलाएं होती हैं. कैंसर से संबंधित कुल मौतों का 11.1 प्रतिशत कारण सर्वाइकल कैंसर ही है. यह स्थिति और भी खराब इसलिए हो जाती है कि देश में मात्र 3.1 प्रतिशत महिलाओं की इस हालत के लिए जांच हो पाती है, जिससे बाकी महिलाएं खतरे के साये में ही जीती हैं.
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