कर्नाटक राज्य के 'किदवई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी' ने कर्नाटक की जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री (पीबीसीआर) में अनुमानित 86,563 नए मामलों में से लगभग 20% की रिपोर्ट दी है. कर्नाटक की जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री (PBCR) की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में हर साल लगभग 86,563 नए कैंसर के मामलों का इलाज किया जाता है. कर्नाटक में लगभग 2.3 लाख कैंसर के मामले आते हैं. जिनमें वे लोग शामिल हैं जिनका इलाज चल रहा है और वे लोग जिनका हाल ही में ठीक कर दिया गया है.


PBCR भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम का हिस्सा है. यह अस्पतालों, क्लीनिकों, डायग्नोस्टिक लैब और अन्य सहित विभिन्न स्रोतों से नए कैंसर के मामलों पर डेटा इकट्ठा करता है. ICMR PBCR की गतिविधियों का समन्वय करता है. प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और डेटा मूल्यांकन और विश्लेषण प्रदान करता है.


कर्नाटक में कैंसर को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट आई सामने


कोलोरेक्टल कैंसर: यह कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों में बढ़ रहा है.


ब्लड कैंसर: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर एक चिंता का विषय है, खासकर युवा महिलाओं में.


यह भी पढ़ें : हफ्ते में सिर्फ दो दिन एक्सरसाइज से एक्टिव होगा ब्रेन, बीमारियां भी होंगी कोसो दूर


दूसरे कैंसर: पुरुषों में, प्रोस्टेट, कोलन, लीवर, मस्तिष्क, जीभ, फेफड़े, लिंफोमा, मुंह, अन्नप्रणाली और पेट के कैंसर बढ़ रहे हैं.


यह भी पढ़ें : बच्चों की मेंटल हेल्थ पर सोशल मीडिया का क्या पड़ता है असर? जानें इस्तेमाल पर क्यों बैन लगा रहे हैं कई देश


हमारे देश में हर साल 13.9 लाख से ज़्यादा कैंसर के नए मामले सामने आते हैं. कर्नाटक में हाल के वर्षों में लगभग 87,000 नए कैंसर के मामले सामने आने का अनुमान है. किसी भी समय, भारत में 37.5 लाख से ज़्यादा कैंसर के मामले देखे जाते हैं और कर्नाटक में लगभग 2.3 लाख मामले देखे जाते हैं.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



यह भी पढ़ें :शहरों में रहने वाली लड़कियों में कॉमन हो रही है सारा अली खान वाली ये बीमारी, इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक