जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन और ब्लड क्लॉट्स के बीच संभावित संबध का चला पता-यूरोपीय संघ नियामक
एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद होनेवाले बल्ड क्लॉट की शिकायत का मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि, यूरोपीय संघ नियामक का कहना है कि है कोविड-19 से होनेवाले नुकसान के मुकाबले फायदे ज्यादा हैं.
यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन में दुर्लभ ब्लड क्लॉट की घटनाओं के संभावित संबंध हैं, लेकिन दोहराया कि उसके फायदे खतरे से अभी भी ज्यादा हैं. एजेंसी ने प्रेस रिलीज में कहा, "यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी की सुरक्षा कमेटी ने निष्कर्ष निकाला कि लो ब्लड प्लेटलेट्स के साथ अप्रत्याशित ब्लड क्लॉट के बारे में एक चेतावनी कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन सूचना में शामिल किया जाना चाहिए." उनसने आगे ये भी बताया कि स्वास्थ्य पेशेवर और ऐसे लोग जो वैक्सीन इस्तेमाल करेंगे, उन्हें टीकाकरण के तीन सप्ताह के अंदर होनेवाले ब्लड प्लेटलेट्स के लो लेवल होने के साथ ब्लड क्लॉट्स के बहुत दुर्लभ मामलों की संभावना के बारे में भी पता होना चाहिए."
एस्ट्राजेनेका के बाद अब जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर सवाल
यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने अप्रत्याशित ब्लड क्लॉट्स के गंभीर मामलों की अमेरिका से प्राप्त 8 रिपोर्ट समेत सभी उपलब्ध सबूत पर रिसर्च किया. उसने बताया कि अमेरिका में 7 अप्रैल तक 7 मिलियन से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवा चुके थे. अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेश ने अप्रैल के शुरू में राज्यों को जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को स्थगित करने की सलाह दी थी. नतीजे के तौर पर दवा कंपनी ने यूरोप में अपनी वैक्सीन को उतारने में देरी करने का फैसला किया. मंगलवार को कंपनी ने पुष्टि की कि यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी की समीक्षा के बाद रुका हुआ खेप फिर से शुरू होगा.
एजेंसी ने पिछले हफ्ते कहा था कि ताजा जानकारी की समीक्षा करते हुए उसका अभी भी मानना है कि वैक्सीन के फायदे नुकसान से ज्यादा हैं. जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वाली वैक्सीन को शुरुआती तौर पर यूरोपीय संघ में 11 मार्च को हरी झंडी मिली थी. अब देखा जाना है कि कैसे विभिन्न देश यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी की नवीनतम मार्गदर्शन की व्याख्या करेंगे.
यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने दुर्लभ संभावित ब्लड क्लॉट का लगाया पता
फ्रांस पहले ही संकेत दे चुका है कि वैक्सीन का इस्तेमाल 55 साल से ऊपर के लोगों पर किया जाएगा. यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने जॉनसन एंड जॉनसन की बेल्जियम यूनिट के नाम का इस्तेमाल करते हुए कहा, "कोविड-19 बीमारी अस्पताल में भर्ती और मौत के खतरे से जुड़ी है. ब्लड क्लॉट्स और लो ब्लड प्लेटलेट्स एक साथ होने की खबर बहुत दुर्लभ है, और कोविड-19 वैक्सीन का संपूर्ण फायदा कोविड-19 को रोकने में साइड-इफेक्ट्स के खतरों से ज्यादा है."
कोविड-19 वैक्सीन और ब्लड क्लॉट्स के बीच संबंध का ये पहला मामला नहीं है. एक दर्जन से ज्यादा यूरोपीय देश एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मार्च में रोक चुके हैं. उन्होंने ये कदम कुछ वैक्सीन लगवाने वालों में ब्लड क्लॉट्स की शिकायत के बाद उठाया था. यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने मामलों की समीक्षा की और बताया कि वैक्सीन सुरक्षित है और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल जारी रहना चाहिए. बहरहाल, कुछ दिनों बाद उसने ये भी कहा कि 'कम ब्लड प्लेटलेट्स के साथ अप्रत्याशित ब्लड क्लॉट्स के बहुत दुर्लभ मामलों का संभावित संबंध है' और इसे एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के लिए 'बहुत दुर्लभ साइड-इफेक्ट्स' के तौर पर दर्ज किया जाना चाहिए.
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