IVF Cost : मां-बाप बनने का एहसास हर कपल के लिए सबसे खास होता है. हालांकि, आजकल जिस तरह से लाइफस्टाइल बिगड़ रही है, इन्फर्टिलिटी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं और नेचुरली बच्चा पैदा करने में कई कपल्स को दिक्कतें आ रही हैं. जिसकी वजह से उन्हें IVF की मदद लेनी पड़ती है. आईवीएफ का पूरा नाम इन विट्रो फर्टिलाइजेशन है. इसमें फीमेल पार्टनर के एग्स और मेल पार्टनर के स्पर्म को कोख के बाहर एक ट्यूब में निषेचन कराकर भ्रूण तैयार किया जाता है.


उसे विकसित करने के लिए फिर से महिला के गर्भ में डाल दिया जाता है. इस ट्रीटमेंट का खर्च लाखों में आता है. यहां जानिए पहली बार आईवीएफ कराने का कितना खर्च आता है, अगर एक बार फेल हो जाए तो क्या दूसरी बार उतने ही पैसे देने पड़ते हैं...




IVF की पूरी प्रक्रिया कितने दिन में होती है




आईवीएफ काफी सफल माना जाता है. इससे बहुत से कपल्स माता-पिता बने हैं. आईवीएफ पीरियड शुरू करने से लेकर प्रेगनेंसी टेस्ट के पॉजिटिव आने तक में करीब 6 हफ्ते का समय लग सकता है. इसके बाद भ्रूण कोख में विकास के हिसाब से प्रेगनेंसी का टाइम आगे बढ़ती जाती है. 




क्या आईवीएफ में पहली बार में सफलता मिल जाती है




आईवीएफ स्पेशलिस्ट्स का कहना है कि कई बार ये देखा गया है कि आईवीएफ की कम जानकारी के अभाव में लोग पहली बार असफलता मिलने के बाद इलाज बंद कर देते हैं. यह गलत फैसला हो सकता है. IVF की मदद से प्रेगनेंसी के चांसेस और किसी इलाज से ज्यादा होते हैं लेकिन पहली बार में ही प्रेगनेंसी में कामयाबी मिले ऐसा जरूरी नहीं है.




क्या दूसरी बार IVF कराने के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं




आईवीएफ का टोटल खर्च हॉस्पिटल, सिटी और ट्रीटमेंट पर निर्भर करता है. देश में आईवीएफ करवाने का खर्च 1.5 लाख रुपए से 2 लाख रुपए तक आता है लेकिन अगर इसके लिए कई बार कोशिशें करनी पड़ती है. यह खर्च 2 से 5 लाख तक हो सकता है. खर्च में इलाज, दवाईयां, टेस्ट, हॉस्पिटल चार्ज शामिल है. मतलब दूसरी बार भी आईवीएफ लेने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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