नयी दिल्लीः फोन पर मैसेज भेजकर जोरदार अभियान चलाने से गर्भवती महिलाओं को धूम्रपान की लत छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है. एक नये अध्ययन में यह बात सामने आई है जिससे सिगरेट पीने की आदत छुड़ाने के नये प्रभावी तरीके सामने आये हैं.


किन महिलाओं पर हुई रिसर्च-
अमेरिका की जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन में ऐसी गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जो पहले ही टेक्स्ट मैसेजिंग कार्यक्रम ‘टेक्स्ट 4 बेबी’ का इस्तेमाल कर रही थीं.


क्यों की गई रिसर्च-
‘टेक्स्ट 4 बेबी’ गर्भावस्था में शराब पीने की आदत को छुड़ाने में तो मददगार दिखा लेकिन धूम्रपान में ऐसा नहीं लगा. शोधकर्ता पता लगाना चाहते थे कि क्या और भी अधिक प्रभावी मोबाइल फोन मैसेज कार्यक्रम ‘क्विट 4 बेबी’ कारगर साबित होगा.


टीम ने करीब 500 गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जो हर दिन औसतन सात सिगरेट पीती थीं लेकिन इस आदत को छुड़ाने में मदद चाहती थीं.


‘क्विट 4 बेबी’ कार्यक्रम का मकसद-
‘क्विट 4 बेबी’ कार्यक्रम धूम्रपान को कम से कम करने के मकसद से तैयार किया गया है और इसमें गर्भवती महिलाओं को सिगरेट छोड़ने का संकल्प लेने के लिहाज से प्रोत्साहित करने के लिए हर दिन एक से आठ तक संदेश भेजे जाते हैं.


शोधकर्ताओं के मुताबिक, इन मैसेज में महिलाओं को धूम्रपान से होने वाले खतरों की जानकारी मिलती है और महिलाएं वापस संदेश भेजकर मदद भी मांग सकती हैं.


रिसर्च के नतीजे-
अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार ‘टेक्स्ट 4 बेबी’ और ‘क्विट 4 बेबी’ दोनों ही कार्यक्रमों में पंजीकृत 16 प्रतिशत महिलाओं ने तीन महीने के बाद सिगरेट फूंकने की आदत छोड़ दी जबकि केवल ‘टेक्स्ट 4 बेबी’ कार्यक्रम का फायदा उठाने वाली 11 फीसदी महिलाओं ने ही धूम्रपान छोड़ा.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले अपने एक्सयपर्ट की सलाह जरूर ले लें.