अगर आप अपने दिमाग को सेहतमंद रखते हैं तो न्यूरोलॉजिकल संबंधित दिक्कतों को रोका जा सकता है या कम नुकसानदायक बनाया जा सकता है. इस तरह से डिमेंशिया और स्ट्रोक को अलग-अलग स्तर पर रोका जा सकता है. दरअसल, अगर न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से ताउम्र बचना है तो दिमाग को हमेशा सेहतमंद रखना होगा, जो बुनियादी जरूरत है.


दिमाग के लिए कितनी जरूरी होती है एक्सरसाइज?
वैसे तो हर कोई रोजाना एक्सरसाइज करने पर जोर देता है, लेकिन क्या आपको यह पता है कि नियमित रूप से एक्सरसाइज करके आप अल्जाइमर जैसी बीमारी होने की स्पीड को कम कर सकते हैं. दरअसल, लगातार एक्सरसाइज करने से कई बीमारियों का खतरा कम होता है. बता दें कि एक्सरसाइज से दिमाग की सेहत, एनर्जी लेवल और नींद के पैटर्न में सुधार होता है, जिससे डिप्रेशन और एंजाइटी होने के आसार कम हो जाते हैं. 


दिमाग को सेहतमंद रखने का यह तरीका सबसे बेहतर
बंगलुरु स्थित रमैया मेमोरियल हॉस्पिटल में न्यूरोसर्जरी डिपार्टमेंट के हेड और कंसल्टेंट डॉ. सुनील वी फुर्टाडो ने बताया, 'स्मोकिंग, ज्यादा शराब पीने और नशीली दवाओं के इस्तेमाल से हर हाल में बचना चाहिए, जिससे कॉग्निटिव फंक्शन गड़बड़ हो सकता है और कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इसी तरह दिमाग को सेहतमंद रखने के लिए पर्याप्त और क्वालिटी नींद लेना बेहद जरूरी है, क्योंकि दिमाग को आराम देने के लिए रोजाना रात के वक्त सात से नौ घंटे की नींद अहम होता है.'


मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना क्यों जरूरी?
डॉ. ने बताया कि अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों को रोकने के लिए अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. इससे ही न्यूरोलॉजिकल संबंधित दिक्कतों को रोका जा सकता है. ऐसे मामलों में मेंटल हेल्थ अहम रोल निभाती है, क्योंकि रिलैक्सिंग एक्टिविटीज, सोशलाइजिंग और कनेक्शन बिल्डिंग सपोर्ट से दिमाग सेहतमंद होता है. इससे स्ट्रेस को मैनेज करना आसान होता है.


खानपान का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी
हर शख्स को अपनी डाइट का भी काफी ध्यान रखना चाहिए, जिससे लंबी उम्र के साथ-साथ सामान्य हेल्थ और ब्रेन हेल्थ को बेहतर करने में मदद मिलती है. अगर आप अपने दिमाग को सेहतमंद रखना चाहते हैं तो अपनी डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए, जो नट्स, अलसी के बीजों और सी फूड में मिलता है. इसके अलावा फोलेट भी बेहद जरूरी चीज है, जो आपको न्यूरोलॉजिकल और डिवेलपमेंट संबंधित दिक्कतों से बचाने में मदद कर सकता है. डॉ. फुर्टाडो के मुताबिक, अपने डेली रुटीन में ध्यान को शामिल करने से पॉजिटिव एटिट्यूड बढ़ता है और स्ट्रेस की समस्या दूर होती है. यह ब्रेन हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है. इन सभी चीजों को अपनाने से न्यूरोलॉजिकल सेहत में सुधार किया जा सकता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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