प्रियंका चोपड़ा के जेठ को स्किन कैंसर, क्यों और कैसे होती है ये बीमारी, जानें भारत में इलाज की क्या व्यवस्था?
Skin Cancer: प्रियंका चोपड़ा के जेठ केविन जोनास ने हाल ही में स्किन कैंसर बेसल सेल कार्सिनोमा की सर्जरी करवाई है. जानिए इसके बारे में सब कुछ. क्या होता है स्किन कैंसर और भारत में इलाज की व्यवस्था.
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Skin Cancer: बॉलीवुड में शानदार सफलता के बाद ग्लोबल स्टार बन चुकी प्रियंका चोपड़ा की फैमिली की तरफ से एक परेशान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. प्रियंका के पति निक जोनास के बड़े भाई केविन जोनास को स्किन कैंसर हुआ है और वो अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं. निक जोनस के बड़े भाई केविन जोनास ने अस्पताल से ही अपने सोशल मीडिया के जरिए अपनी सेहत का अपडेट दिया है. केविन ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड करके बताया है कि उनको स्किन कैंसर हुआ है और इसके लिए हाल ही में उनकी सर्जरी हुई है.
क्या है बेसल सेल कार्सिनोमा
केविन को होने वाला स्किन कैंसर बेसल सेल कार्सिनोमा कहलाता है. दरअसल केविन के सिर पर आए एक मस्से में बेसल सेल कार्सिनोमा पाया गया था. जांच के दौरान स्किन कैंसर के इस रूप का पता चला तो इसकी सर्जरी की गई. बेसल सेल कार्सिनोमा दरअसल एक प्रकार का स्किन कैंसर है जो बेसल सेल में पनपना शुरू होता है. बेसल सेल हमारी स्किन के अपर लेयर के बिलकुल नीचे मौजूद होती हैं और ये कोशिका ही स्किन में नई कोशिकाओं को बनाती रहती है. ये सेल त्वचा के नीचे वाले हिस्से में पारदर्शी रूप में होती है.
क्यों होता है बेसल सेल कार्सिनोमा
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि धूप के लंबे एक्सपोजर में रहने के कारण बेसल सेल कार्सिनोमा हो जाता है. सूरज की हानिकारक पराबैंगनी किरणों या टैनिंग बेड का लंबे समय तक यूज करने वालों को ये स्किन कैंसर बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा होता है. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक धूप में रहता है तो उसकी त्वचा की बेसल सेल में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाएं बन जाती हैं.
ये मस्से बंप या घाव के रूप में त्वचा पर दिखने लगता है. अक्सर माथे, नाक, निचले होंठ, गाल, गर्दन और कानों पर गुलाबी या लाल रंग का बंप दिखता है. कई बार त्वचा पर ये एक रैश की तरह दिखता है जिसमें खुजली होने लगती है और पपड़ी जम जाती है.. घाव दिखने लगते हैं. कई बार घाव फट जाता है और खून तक बहने लगता है.इसके अंदर खून की कोशिकाएं तक दिखने लगती हैं. कई सिचुएशन में चेहरे या हाथ पैरों पर कोई मस्सा भी बेसल सेल कार्सिनोमा का लक्षण हो सकता है.
बेसल सेल कार्सिनोमा का इलाज
आपको बता दें कि बेसल सेल कार्सिनोमा का इलाज संभव है. अगर इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इसकी बायोप्सी करके करके इसे रिमूव किया जा सकता है. दरअसल बायोप्सी करके डॉक्टर स्किन कैंसर वाले एक खास हिस्से को स्किन से अलग कर सकते हैं. भारत में भी बेसल सेल कार्सिनोमा का इलाज संभव है. सरकारी अस्पतालों के अलावा बेसल सेल कार्सिनोमा के लिए निजी अस्पतालों में भी इसकी सर्जरी की व्यवस्था है. बेसल सेल कार्सिनोमा की सर्जरी के निजी अस्पताल में 2 से पांच लाख रुपए तक का खर्च आता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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