Urine Problem: प्रोस्टेट में दिक्कत है तो बिना सर्जरी होगा ट्रीटमेंट, देश के इस बड़े अस्पताल ने की पहल
प्रोस्टेट बढने पर सर्जरी ही एकमा़त्र इलाज होता था, लेकिन अब डॉक्टर बिना सर्जरी के प्रोस्टेट का इलाज कर सकेंगे. दिल्ली के अस्पताल में तकनीक जल्द शुरू हो जाएगी
Prostate Problem: उम्र के साथ कई बीमारियां बॉडी को अपना घर बनाना शुरू कर देती है. उम्र बढ़ने पर व्यक्ति कामकाज नहीं कर पाता और तमाम शारीरिक दिक्कतें होने लगती हैं. यूरिन जाने में परेशानी होती है. इससे प्रोस्टेट संबंधी समस्या होने लगती है. बुजुर्गों को प्रोस्टेट संबंधी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन सर्जरी से किया जाता है. लेकिन देश के इस बड़े अस्पताल ने अब नया हल ढूंढ लिया है. दरअसल अभी तक प्रोस्टेट के ऑपरेशन के लिए सर्जरी करानी पड़ती थी. लेकिन इस अस्पताल में ऐसा नहीं होगा. यहां एक नई तकनीक से तार डालकर ट्रीटमेंट कर दिया जाएगा. इसके लिए बड़ा चीरा लगाने की जरूरत नहीं होगी. जल्द ही यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी.
Safdarjung Hospital में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी से होगा इलाज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सफदरजंग अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पुनीत गर्ग ने बताया कि पुरुषों की प्रॉस्टेट ग्लैंड उम्र के साथ बढ़ने लगती है. 60 साल के बाद दिक्कतें अधिक आने लगती है. इस स्थिति में व्यक्ति पेशाब ढंग से नहीं कर पाता है और कई बार पेशाब आता ही नहीं है. इसकी वजह से पेट में भयंकर दर्द होता है.
अस्पताल में हर दिन चार से पांच बुजुर्ग इलाज कराने आ रहे हैं. अभी तक मरीजों का सर्जरी से इलाज किया जाता है. इसमें चीरा बड़ा लगता है और मरीज को सही होने में भी वक्त लग जाता है. लेकिन अस्पताल में जल्द ही सर्जरी का झंझट खत्म हो जाएगा. अब इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की मदद से केवल तार डालकर मरीज का इलाज कर दिया जाएगा इसी से प्रोस्टेट ग्लैंड को सिकोड़ दिया जाएगा.
कॉन्क्लेव में हुई थी चर्चा
वर्धमान मेडिकल कॉलेज सफदरजंग हॉस्पिटल में इंडियन सोसायटी आफ वैस्कुलर एंड इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के सहयोग से आईआर कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ था. इसी आयोजन में नई तकनीक पर चर्चा हुई थी. चर्चा में तय हुआ कि सफदरजंग में आने वाले बुजुर्गों के लिए प्रॉस्टेट सर्जरी का इसी से इलाज किया जाएगा.
क्या है प्रोस्टेट
प्रोस्टेट एक अखरोट के आकार जैसा होता है. यह ब्लैडर के नीचे वाले हिस्से में मौजूद होता है. यह ह्यूमन सीमन बनाने में मदद करता है. उम्र के साथ इसका आकार बढ़ता जाता है. लेकिन काफी बुजुर्गों में यह इतना बढ़ जाता है कि यूरिन ब्लैडर पर दबाव डालकर उसे सिकोड़ देता है. इससे यूरिन पास करने में दिक्कत आने लगती है. अगर किसी को ऐसी परेशानी है तो डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी है.
यह भी पढ़ें:
Covid: वायरस ने 50% लोगों को इन मेंटल बीमारियों का शिकार बनाया, नींद भी उड़ाई
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )