'आम आदमी पार्टी' (AAP) के नेता और एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा के पति राघव चड्ढा (Raghav Chadha) आंख की एक गंभीर बीमारी रेटिनल डिटेचमेंट से जूझ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी से निजात पाने के लिए राघव को सर्जरी करवानी होगी और इसके लिए वह ब्रिटेन भी जा रहे हैं. सवाल यह उठता है कि आखिर 'रेटिनल डिटेचमेंट' की बीमारी है क्या?


क्या है रेटिनल डिटेचमेंट


नेशनल आई इंस्टीट्यूट के मुताबिक रेटिनल डिटेचमेंट एक गंभीर समस्या है जिसमें रेटिना अपनी जगह खिसकने लगता है. यह कितनी ज्यादा खतरनाक बीमारी है वह इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें रेटिना के सेल्स  ब्लड धमनियों से अलग हो जाते हैं.


जिसके जरिए आंखों को पोषण और ऑक्सीजन मिलता है. रेटिनल डिटेचमेंट तीन तरह के होते हैं.  रेग्मेटोजेनस, ट्रैक्शनल और एक्सुडेटिव. इसके जितने भी टाइप है सब अलग-अलग बीमारियों का कारण बनता है. इसमें रेटिना आंखों के पीछे से दूर जाने लगता है. 


रेटिनल डिटेचमेंट के लक्षण


माइनर रेटिनल डिटेचमेंट के कोई खास लक्षण तो दिखाई नहीं देते हैं. लेकिन अगर यह ज्यादा बढ़ जाए तो यह एक गंभीर समस्या का कारण बन सकता है. इसके अलावा आंखों में काले रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं. 


आंखों की रोशनी तक जा सकती है


रेटिनल डिटेचमेंट के लक्षण अगर दिखाई दे रहे हैं तो इसका इलाज समय पर करवाना बेहद जरूरी है. क्योंकि यह एक इमरजेंसी कंडीशन होती है. अगर वक्त रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है. इस बीमारी में विट्रोक्टॉमी सर्जरी करवानी बेहद जरूरी है. 


क्या है विट्रोक्टॉमी सर्जरी


जॉन्स हॉपकिन्स के मुताबिक विट्रेक्टॉमी रेटिना और विट्रियस की बीमारी में इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है. सर्जरी के दौरान, सर्जन विट्रियस को हटा देते हैं. विट्रीस एक जेल की तरह होता है जो आंखों और रेटीन के बीच के गैप को भरे रहता है. 


क्यों होती है ये बीमारी?


आंख से रेटिना अलग होने के कई कारण हो सकते हैं. इसमें सबसे मुख्य कारण है उम्र का बढ़ना या आंख में चोट लगना. यह समस्या किसी को भी हो सकती है. लेकिन कुछ लोगों को यह बीमारी जेनेटिक या डायबिटीज के कारण होता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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