जयपुर: राजस्थान सरकार ने प्रदेश में दिसम्बर माह में स्वाइन फ्लू की जांच में 416 लोगों के नमूने पॉजिटिव पाए जाने के बाद रेड अलर्ट घोषित करने और प्रभावित क्षेत्रों में रेपिड एक्शन टीमें भेजकर जांच करवाने का निर्णय लिया है.
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री काली चरण सराफ ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्वाइन फ्लू की समीक्षा करने के बाद यह निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर जांच के साथ ही रोकथाम और उपचार के लिये दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.
उन्होंने स्वाइन फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में संबंधित रेपिड रेस्पॉन्स टीमें भिजवाकर घर-घर जाकर जांच कराने और स्वाइन फ्लू के संभावित रोगियों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं.
सराफ ने बताया कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण, रोकथाम और उपचार के लिए प्रदेश स्तर पर निदेशालय में एवं सभी जिलों में स्वाईन फ्लू नियंत्रण कक्ष अनवरत 24 घण्टे कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के उपचार के लिये जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक 3 हजार 33 अस्पतालों में स्क्रीनिंग सेंटर कार्यरत होने के साथ ही अलग से 1 हजार 580 आईसोलेशन बेड्स, 214 आईसीयू बेड्स एवं 198 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं.
सराफ के अनुसार, जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में स्वाइन फ्लू के लिये 15 बेड का अलग से ऑबजर्वेशन वॉर्ड आरक्षित करने के साथ ही 13 बेड का वेन्टीलेटर सहित आईसीयू आरक्षित किया गया है.
एसएमएस में स्वाइन फ्लू मरीजों के संपर्क में आने वाले चिकित्साकर्मियों को वैक्सीन लगाये जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू की दवाईयां पर्याप्त मात्रा में है.