Rajma Chawal Health Benefits: राजमा चावल का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. ये पकवान प्रोटीन, आयरन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है. न सिर्फ स्वाद में, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी राजमा चावल एक उम्दा व्यंजन है. हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि राजमा चावल को खाने के कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं, जिनके बारे में आप शायद नहीं जानते होंगे. राजमा को किडनी बीन्स भी कहा जाता है. ये प्रोटीन का एक अच्छा पावरहाउस है. किडनी बीन्स विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जिसे वजन घटाने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभों के लिए खाया जा सकता है.  


टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, राजमा चावल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है. राजमा प्लांट प्रोटीन का भी एक अच्छा सोर्स है. यह भी मालूम चला है कि दही के साथ मिलाकर खाने से इसका प्रभाव और ज्यादा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं राजमा के और भी फायदों के बारे में...


1. वजन घटाना: इन दिनों वजन बढ़ने से बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं. मोटापा या ज्यादा वजन कई बीमारियों का खतरा बढ़ाने का काम करता है. इसलिए इसे कंट्रोल में रखना जरूरी होता है. राजमा सॉल्यूबल डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है, जो आपको लंबे वक्त तक फुल रखने का काम करता है. पेट भरा रहेगा तो अनहेल्दी फूड को खाने की क्रेविंग आपको नहीं होगी. बीन्स मेटाबॉलिज्म को तेजी से बढ़ावा देते हैं, जिससे वेट कम करने में मदद मिलती है.


2. ब्लड शुगर लेवल में करता है सुधार: बढ़ा हुआ ब्लड शुगर का लेवल दिल से जुड़ी समस्याओं सहित कई बीमारियों को जन्म दे सकता है. इसलिए इसे कंट्रोल करना जरूरी है. प्रोटीन और फाइबर से भरपूर राजमा ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है. राजमा में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. इसलिए ये ब्लड शुगर के स्तर में बढ़ोतरी को रोक सकता है. 


3. कैंसर से बचाता है: कुछ अध्ययनों के मुताबिक, राजमा और बाकी फलियां कैंसर, खासतौर से पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं. बीन्स कई तरह के पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर होते हैं. इनमें एंटी-कैंसर गुण होते हैं. ये कोलन कैंसर के खतरे को भी कम कर सकते हैं.


राजमा चावल को कैसे बनाएं सेहतमंद?


हम यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप राजमा चावल को एक हेल्दी व्यंजन बना सकते हैं.


1. तेजी से वजन घटाने के लिए आप सफेद चावल की जगह भूरे चावल का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि इसमें फैट की मात्रा कम होती है. यही नहीं, चीनी का लेवल भी भूरे चावल में कम पाया जाता है.


2. आपकी प्लेट में राजमा और चावल दोनों ही चीजें समान मात्रा में होनी चाहिए. ऐसा इसलिए ताकि ये पेट फूलने की वजह न बने.


3. हमेशा ताजा हरे सलाद ही शामिल करें, जो पोषक तत्वों से भरपूर हों. 


4. राजमा की सब्जी बनाने से पहले इन्हें रातभर के लिए या उबालने से ठीक एक घंटे पहले भिगोकर रख दें. अगर राजमा को ठीक से नहीं पकाया जाता है तो इससे गैस, सूजन और पेट खराब जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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