Cryotherapy: आजकल लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत जागरूक हो गए हैं. अपनी फिटनेस से लेकर डाइट तक सभी जरूरी चीजों पर ध्यान देने लगे हैं. अपने आप को जवां, खूबसूरत और फिट रखने के लिए तरह-तरह थेरेपीज़ भी कराने लगे हैं. इन्हीं थेरेपीज़ में एक थेरेपी 'क्रायोथेरेपी' भी है, जिसे क्रायोब्लेशन के नाम से भी जाना जाता है. क्रायोथेरेपी में विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल किया जाता है.
क्रायोथेरेपी एक प्रकार की कोल्ड-थेरेपी होती है. इस थेरेपी में शरीर को एक ठंडे पानी के चैंबर में रखा जाता है. इस थेरेपी में व्यक्ति को बहुत ही कम तापमान में या ठंडे पानी में रखा जाता है. इस थेरेपी से शरीर में होने वाली ऐंठन और नसों में दर्द का इलाज किया जाता है. सिर्फ इतना ही नहीं, मस्से, तिल, सनबर्न जैसी स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा दिलाने में भी यह थेरेपी आपकी काफी मदद कर सकती है.
रकुल प्रीत ने भी ली क्रायोथेरेपी
यह थेरेपी एब्नॉर्मल टीशूज़ को ठंडा करके नष्ट कर देती है. इसके अलावा, मस्से और स्किन टैग जैसी स्किन प्रॉब्लम्स का भी इलाज करती है. डॉक्टरों के मुताबिक, क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे कई मशहूर खिलाड़ियों और हस्तियों ने अब तक क्रायोथेरेपी ली है. कई लोग क्रायोथेरेपी से ठीक हुए हैं.
हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस रकुल प्रीत ने भी बिकिनी में क्रायोथेरेपी ली थी. उन्होंने इससे जुड़ा एक वीडियो भी इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. रकुल प्रीत ने -15 डिग्री टेंपरेचर में ठंडे पानी में डुबकी लगाकर सबको हैरान कर दिया. रकुल ने इंस्टाग्राम पर क्रायोथेरेपी की वीडियो शेयर की और बताया कि उन्होंने -15 डिग्री में ये थेरेपी ली.
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, डॉक्टर आमतौर पर इन बीमारियों के इलाज के लिए क्रायोथेरेपी लेने की सलाह देते हैं...
1. बोन कैंसर
2. सर्वाइकल कैंसर
3. लीवर कैंसर
4. प्रोस्टेट कैंसर
5. शुरुआती स्किन कैंसर
6. स्किन से जुड़ी छोटी-मोटी दिक्कत
7. बच्चों में रेटिना कैंसर
8. स्किन टैग्स या डार्क स्पॉट्स
9. आर्थराइटिस
10. सूजन
क्रायोथेरेपी कैसे काम करती है?
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि क्रायोथेरेपी से ब्लड ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन हासिल कर पाता है और पोषक तत्वों से भी भरपूर हो जाता है. जैसे-जैसे आप कोल्ड टेंपरेचर से दूर होते चले जाते हैं, वैसे-वैसे आपके शरीर का तापमान गर्म होने लगता है और ब्लड वैसल्स का विस्तार होता है. जर्नल ऑफ एथलेटिक ट्रेनिंग में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, इस थेरेपी से पोषक तत्वों से भरपूर ब्लड आपके टीशूज़ में बहने लगता है, जिससे सूजन की समस्या दूर हो जाती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: नाक पर हुई फुंसी को पिंपल समझती रही महिला, जांच हुई तो पता चला कि 'जानलेवा कैंसर' है