नई दिल्लीः रिलैक्स करने या टाइम पास करने के लिए स्मार्टफोन के अधिक उपयोग से कई नुकसान हो सकते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफोन के उपयोग से नकारात्मक भावनाओं में वृद्धि के साथ ही जीवन में उद्देश्य की भावना भी प्रभावित हो सकती है.


क्यों की गई रिसर्च-
शोध की ये रिपोर्ट कंप्यूटर्स इन ह्यूमन बिहेवियर नामक पत्रिका में प्रकाशित हुयी है. ये पहला शोध है जिसमें इस बात का मूल्यांकन किया गया है कि स्मार्टफोन का उपयोग किस प्रकार लाइफ में एक ऑब्जेक्टिव और मेंटल सैटिस्फेक्शन से जुडा हुआ है.


क्या कहती है रिसर्च-
ऑस्ट्रेलिया के डीकिन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बताया कि आदतन और मनोरंजन के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करने वाले लोग जीवन में संतुष्टि में कमी के के शिकार हो रहे हैं.


किन पर की गई रिसर्च-
शोध में 500 से अधिक छात्रों को शामिल किया गया और पाया गया कि स्मार्टफोन के ज्यादा उपयोग से नकारात्मक भावनाएं, नियंत्रण की कमी के साथ-साथ जीवन में उद्देश्य की भावना और सामाजिक दबाव को झेलने की क्षमता भी प्रभावित होती है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी की प्रमुख शोधकर्ता शैरोन हॉरवुड ने कहा कि हमारे जीवन में अब समाचार और मनोरंजन की निरंतर धारा बह रही है और यदि वह सामग्री सकारात्मक नहीं है तो इसके बुरे परिणाम हो सकते हैं.


हालांकि, उन्होंने कहा कि यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि उनके शोध से पता चला है कि स्मार्टफोन का उपयोग पूरी तरह खराब नहीं है. उन्होंने कहा कि कॉल करने और मैसेज भेजने के लिहाज से इसका सकारात्मक असर होता है.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.