वजाइनल डिसचार्ज हमेशा खतरे की बात नहीं होती है. खासतौर पर महिलाएं ब्राउन डिसचार्ज से घबरा जाती हैं और उन्हें लगता है कि उन्हें सेहत संबंधी कोई समस्या हो गई है. हालांकि ऐसा नहीं है. यहां हम आपको उन कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिनके चलते ब्राउन डिसचार्ज होता है. साथ ही यह भी बता रहे हैं कि किस स्थिति में आपको ब्राउन डिसचार्ज को गंभीरता से लेना चाहिए...
वजाइनल डिसचार्ज के कारण
वजाइना से डिसचार्ज होना एक हेल्दी वजाइना की पहचान है. यह डिसचार्ज वजाइना में बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है, जिससे इंफेक्शन का खतरा दूर रहता है. हालांकि डिसचार्ज का कलर और इसकी मात्रा अलग-अलग पस्थितियों में अलग होते हैं. यहां डिसचार्ज के प्रकार जानें...
1. पीरियड्स से पहले- इस दौरान होने वाला डिसचार्ज कुछ चिपचिपा होता है और गाढ़ा होता है. ये आपको पीरियड्स के एक या दो दिन पहले तक होता है.
2. पीरियड्स के दौरान- इस दौरान डिसचार्ज रेड या ब्राउन कलर का होता है. यदि आपको ब्लीडिंग बहुत अधिक होती है तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए.
3. पीरियड्स के बाद- आपको अधिक मात्रा में डिसचार्ज हो सकता है. क्योंकि इस दौरान बॉडी में एस्ट्रोजन का सीक्रेशन अधिक होता है. डिसचार्ज का रंग धुंधला, सफेद या पानी जैसा हो सकता है.
4. ओवल्यूशन से पहले- पीरियड्स के कुछ दिन बाद एग बनने शुरू हो जाते हैं. इस दौरान आपको पतला और इलास्टिक जैसी फील देने वाला डिसचार्ज हो सकता है.
5. ओवल्यूशन के दौरान- जब शरीर में एग बनने लगते हैं, तब आपके डिसचार्ज का रंग एकदम क्लीयर होता है और यह पतला यानी पानी की तरह होता है.
6. ओवल्यूशन के बाद- ओवल्यूशन के बाद आपके डिसचार्ज का रंग बदल जाता है और यह गाढ़ा हो जाता है.
ब्राउन डिसचार्ज की वजह
यदि आपको ब्राउन डिसचार्ज पीरियड्स के एक दो दिन पहले या पीरियड्स के एक दो दिन बाद तक होता है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. यह पूरी तरह नॉर्मल है. दरअसल, डिसचार्ज के साथ कुछ मात्रा में ब्लड मिलकर आता है. ऑक्सीजन के साथ संपर्क में आने पर ब्लड क्रिया करता है और इसका रंग बदलकर गाढ़ा यानी ब्राउन हो जाता है. पीरियड्स के आस-पास इस तरह का डिसचार्ज होना सामान्य बात है. लेकिन अगर यह डिसचार्ज 6-7 दिन या इससे अधिक समय तक होता है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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