Is Red Meat Harmful: नॉनवेज भारतीय खाने का एक बहुत ही अहम हिस्सा है. ज्यादातर मांसाहारी लोगों को बिना मांस के गले से खाना ही नहीं उतरता. ये उनके डेली डाइट का हिस्सा होता है, हालांकि जो लोग वेजिटेरियन है वो इसे हानिकारक बताते हैं और जिन्हें नॉनवेज पसंद है वह इन्हें फायदेमंद बताते हैं. अक्सर इस टॉपिक पर रिसर्च होती रहती है जिससे कई बार नतीजे यह सामने आए हैं कि रेड मीट का ज्यादा सेवन स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को बढ़ा सकता है, क्यों ना आप इससे हेल्दी तरीके से बना रहे हो. यह आपको नुकसान पहुंचाएगा ही, हालांकि इसके कुछ फायदे भी है आइए जानते हैं इसके बारे में.
क्या होता है रेड मीट?
रेड मीट स्तनधारी (mammals) प्रजातियों के मांस को कहा जाता है इनमें बीफ, पोर्क, भेड़, गाय शामिल हैं. इससे रेड मीट इसलिए कहा जाता है, क्योंकि s दिखता ही बिल्कुल लाल है.मीट का रंग जितना लाल होगा उसमें उतना ही ज्यादा फैट होगा.इससे फायदे तो बहुत पाए जा सकते हैं. जैसे इसमें प्रोटीन, आयरन, जिंक विटामिन डी और ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर को काफी फायदा पहुंचा सकता है, हालांकि इस में भारी मात्रा में फौट और कोलेस्ट्रोल भी पाए जाते हैं जो मोटापा, हृदय रोग, फौटी लीवर जैसी बीमारियों को दावत दे सकते हैं.
किन लोगों को नहीं खाना चाहिए रेड मीट
हाल ही में हुए एक शोध में लाल मास में मौजूद तत्वों को कार्डियोवैस्कुलर बीमारी को बढ़ते जोखिम से जोड़ा है यानी कि इसको खाने से हृदय स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है.विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों को दिल की समस्या है, स्ट्रोक का खतरा है उन लोगों को सच में लाल मांस खाने को कम कर देना चाहिए. उच्च कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी या ह्रदय रोग के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों को इसे सबसे पहले बंद करना चाहिए
2011 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक स्टडी में सामने आया कि रेड मीट खाने से टाइप टू डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. 1 दिन में 110 ग्राम से अधिक प्रोसेसड मीट खाने वाले में मधुमेह का खतरा 20 फ़ीसदी अधिक था. प्रोसेस्ड मीट खाने वाले में से टाइप टू डायबिटीज का खतरा 50% अधिक बढ़ गया. वहीं अगर हाई टेंपरेचर पर आप रेड मीट पकाते हैं तो ये हाइड्रोकार्बन उत्पन्न कर सकते हैं जो कार्सिनोजेनिक होते हैं और पेट के कैंसर से जुड़े होते हैं.वहीं एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि कच्चे रेड मीट में खतरनाक बैक्टीरिया हो सकते हैं, इसलिए रेड मीट को उचित रूप से पकाया जाए. इसके अलावा कई बार अगर आप दो तीन बार गर्म करते हैं तो इससे फूड प्वाइजनिंग का भी खतरा हो सकता है.
रेड मीट से होने वाले फायदे
- विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स काफी मात्रा में पाए जाते हैं, इससे रोजाना की जरूरत को पूरा किया जा सकता है. इसमें जिंक विटामिन डी omega-3 भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है
- रेड मीट में क्रिएटिन और कार्नोसिन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मसल्स और दिमाग को अलग अलग तरीके से फायदा पहुंचाता है
- रेड मीट में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो बॉडीबिल्डर एथलीट और जो फिटनेस फ्रीक लोग होते हैं इसका सेवन करते हैं
- इसमें आयरन की मात्रा भरपूर होती है, गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी को रेड मीट पूरा कर सकता है.
- रेड मीट खाने से पुरुषों का नेचुरल रूप से टेस्टोस्टेरोन बूस्ट होता है जो सेक्सुअल लाइफ में काफी मदद कर सकता है.
क्या कहते हैं डाइटिशियंस
डाइटिशियंस और एक्सपर्ट के मुताबिक रेड मीट के रोजाना सेवन से बचना चाहिए. अगर आपको बहुत पसंद है तो आप हफ्ते में दो से तीन बार इसका सेवन कर सकते हैं. ये हल्दी है लेकिन अगर अनलिमिटेड हर रोज खाते हैं तो फैट अधिक होने के चलते कैलोरी अधिक होगा और आप को नुकसान पहुंचा सकता है.इस आर्टिकल में दी गई जानकारी से तो आप समझ ही गए होंगे इसके फायदे औऱ नुकसान के बारे में
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: डायट पर जरा-सा कंट्रोल रखा जाए तो पतला होने के लिए बेस्ट मौसम है सर्दी... कम मेहनत में घटता है ज्यादा फैट