Water Bottle Side Effects: टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदी होती है आपकी पानी की बोतल! ये स्टडी पढ़कर चकरा जाएगा माथा
Water Bottles Side Effects: एक शोध में पाया गया है कि दोबारा यूज़ की जाने वाली बोतलों में टॉयलेट सीट की तुलना में लगभग 40,000 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं.
Reusable Water Bottles Side Effects: पानी की एक बोतल का कई लोग न जाने कितनी बार इस्तेमाल करते हैं. बहुत कम ही लोग ऐसे हैं, जो बोतलों के इस्तेमाल के तुंरत बाद उन्हें फेंक देते हैं. क्या आप जानते हैं कि रियूज़ेबल वाटर बॉटल आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है? और इसकी वजह से आपको कितनी बीमारियां लग सकती हैं? दरअसल ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि ये दावा एक स्टडी में किया गया है. एक नए शोध में पाया गया है कि दोबारा यूज़ की जाने वाली बोतलों में टॉयलेट सीट की तुलना में लगभग 40,000 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं. अगर आप एक ही बोतल का इस्तेमाल काफी समय से कर रहे हैं, तो आपको अब सावधान हो जाना चाहिए.
अमेरिका स्थित वॉटरफिल्टरगुरु डॉट कॉम के रिसर्चर्स की एक टीम ने रियूज़ेबल पानी के बोतल की स्वच्छता को लेकर जांच की. उन्होंने बोतल के सभी हिस्सों की तीन-तीन बार जांच की. शोध के मुताबिक, बोतल पर दो प्रकार के बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई, जिनमें ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया और बैसिलस बैक्टीरिया शामिल हैं. रिसर्चर्स ने समझाया कि ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया तरह-तरह के इन्फेक्शन्स पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं. जबकि बेसिलस बैक्टीरिया गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स पैदा कर सकते हैं. इस शोध में बोतलों की सफाई की घरेलू चीज़ों से तुलना की गई और पाया गया कि बोतलों में रसोई के सिंक से भी दोगुना ज्यादा कीटाणु होते हैं.
क्या रियूज़ करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक!
उन्होंने यह भी कहा कि एक कंप्यूटर के माउस में जितने बैक्टीरिया होते हैं, उसका चार गुना ज्यादा पानी की बोतलों में होते हैं. एक पालतू जानवर के पानी पीने के कटोरे में जितने बैक्टीरिया होते हैं, उससे 14 गुना ज्यादा बैक्टीरिया पानी की बोतल में होते हैं. बेशक ये शोध डराने वाला है. क्योंकि बड़ी संख्या में लोग पानी की एक बोतल को कई बार यूज़ करते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ़ रीडिंग के एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. साइमन क्लार्क ने कहा कि भले ही एक पानी की बोतल में बड़ी संख्या में जीवाणुओं की मौजूदगी होती है, लेकिन फिर भी ये स्वास्थ्य के लिए उतने खतरनाक साबित नहीं होते.
गर्म पानी से धोएं बोतल
क्लार्क ने कहा कि मैंने आजतक कभी किसी को भी पानी की बोतल की वजह से बीमार पड़ते हुए नहीं देखा. यहां तक कि नल से पानी पीने से भी किसी को बीमार पड़ते हुए नहीं पाया. क्लार्क ने कहा कि पानी की बोतलें लोगों के मुंह में पहले से मौजूद बैक्टीरिया की वजह से दूषित होती हैं. रिसर्चर्स ने बोतलों को दोबारा यूज करने से पहले एक दिन में कम से कम एक बार साबुन और गर्म पानी से धोने की सलाह दी है.
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