Rhinophyma: 'हाथी जैसी दिखने लगी थी नाक, जहां जाता हर कोई घूरता', शख्स ने सुनाई दास्तां
एक लाइटिंग कंपनी के लिए काम करने वाले एलन फाइंडले ने कहा, 'मैंने साल 2018 के बाद से अपनी नाक में अंतर देखना शुरू कर दिया था. दाईं ओर एक्सट्रा मांस उभरने लगा था. साल बीतते बीतते वो और ज्यादा बढ़ने लगा.
Rhinophyma: 56 साल के एलन फाइंडले डंबर्टन स्कॉटलैंड के डंबर्टन के रहने वाले हैं. फाइंडले ने अपनी जिंदगी में बहुत बुरा वक्त देखा है. क्योंकि उनकी नाक की स्किन इस कदर फूल गई थी कि वे कहीं भी जाने में शर्मिंदगी महसूस करने लगे थे. वो जहां कहीं भी जाते लोग उनसे उनकी नाक का जिक्र करने लगते और घूरने लगते, जो एलन को बिल्कुल भी पसंद नहीं आता था. अपनी नाक की फूली त्वचा की वजह से एलन काफी समय तक चिंता में रहे. दरअसल, एलन फाइंडले को राइनोफिमा नाम की एक बीमारी थी. राइनोफिमा स्किन से जुड़ी एक बीमारी है, जो ज्यादातर बुजुर्गों में देखने को मिलती है. इस बीमारी में नाक के आसपास की त्वचा फूल जाती है, जिसकी वजह से कई बार सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है.
एलन में यह बीमारी चरम पर थी. उनका केस सामान्य नहीं था. इसलिए NHS स्किन स्पेशलिस्ट ऑपरेशन करने के लिए तैयार नहीं थे. स्पेशलिस्ट ने एलन को बताया कि सर्जरी आमतौर पर तभी ही की जाती है, जब सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है. हालांकि एलन पर शायद भगवान की कृपा थी कि उनकी सर्जरी सफल साबित हुई है. उन्होंने ग्लासगो में एक स्पेशलिस्ट क्लिनिक में लेजर ट्रीटमेंट कराया, जिसने उनके नाक के आसपास उभरे मांस को पूरी तरह से हटा दिया. एलन ने उनका इलाज करने वाले स्पेशलिस्ट को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा, 'यह एक अमेजिंग ट्रांसफॉर्मेशन है.' एलन ने कहा, 'जब आप पहले वाली नाक और सर्जरी के बाद वाली नाक की तुलना करेंगे तो पाएंगे कि मेरी जिंदगी कैसे बदल गई है.'
गिर गया था आत्मविश्वास
हाथी की सूंडनुमा नाक के इलाज के बाद से एलन के आत्मविश्वास में काफी बढ़ोतरी हुई है. वह लगातार अपनी खुशी जाहिर करते हुए यह कह रहे हैं कि उनकी जिंदगी बदल गई है. एक लाइटिंग कंपनी के लिए काम करने वाले एलन ने कहा, 'मैंने साल 2018 के बाद से अपनी नाक में अंतर देखना शुरू कर दिया था. दाईं ओर एक्सट्रा मांस उभरने लगा था. साल बीतते बीतते वो और ज्यादा बढ़ने लगा. मैं भयानक दिखने लगा था. लोग भी इसको लेकर तरह-तरह की बातें करने लगे थे. मेरी सोशल लाइफ खराब हो गई थी. यहां तक कि मैंने बाहर तक जाना बंद कर दिया था. मेरा आत्मविश्वास भी गिर गया था.'
मेंटल हेल्थ पर पड़ने लगा था असर
उन्होंने कहा, 'मेरे दिमाग में यह चलने लगा कि मैं कुछ-कुछ हाथी जैसा दिखने लगा हूं. अपने लुक्स को लेकर मैं इतना चिंतित हो गया था कि इसका असर मेरी मेंटल हेल्थ पर पड़ने लगा था.' एलन ने कहा, 'इसका सबसे ज्यादा असर मेरी पत्नी रोवन पर पड़ा, क्योंकि उसे मुझे क्लिनिक ले जाना पड़ता था. हम आमतौर पर क्रिसमस के दिन अपने सौतेले बेटे के पास उससे मिलने जाते हैं. मगर मुझमें आत्मसम्मान की इतनी कमी हो गई थी कि मैं वहां जाने से झिझकने लगा. बस अपने घर पर ही रहता था.' एलन ने बताया कि उनकी पत्नी रोवन ने इंटरनेट पर इसका इलाज तलाशना शुरू किया और फाइनली एक क्लिनिक ढूंढ लिया, जो राइनोफिमा का लेज़र से इलाज करने में माहिर थी. इलाज करने वाले डॉ. कॉर्मैक कॉनवरी ने कहा, 'इस बीमारी का सबसे खराब उदाहरण हमनें एलन में देखा. उनकी हालत इतनी खराब थी कि लेजर ट्रीटमेंट एक के बजाय दो सेशन में किया गया. लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर को डर था कि वे ठीक होंगे भी कि नहीं. लेकिन उनकी सर्जरी सफल रही.
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