अधिकतर समय जब कोई डायबिटीज रोगी खाली पेट रहता है तो उसका ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक हो जाता है. इसके लिए आपका खान-पान और लाइफस्टाइल भी जिम्मेदार माना जाता है. डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर को हाइपरग्लाइसेमिया कहा जाता है, जिसमें ब्लड शुगर तेजी से बढ़ने लगता है. ऐसा तब होता है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या फिर इंसुलिन पर सही तरीके से प्रतिक्रिया नहीं करता.


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ऐसे में शुगर लेवल हाई हो जाता है. आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां और डाइट लेकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं. हालांकि डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में कुछ घरेलू उपाय भी कारगर साबित होते हैं जिसमें दालचीनी अहम मानी जाती है. दालचीनी का सेवन कर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है.


दालचीनी शुगर को नियंत्रित करती है दालचीनी आपको ज्यादातर घरों में मिल जाएगी. दालचीनी का सेवन करने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इसके लिए रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाएं. इस दूध को पीने से आपका ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक कंट्रोल में रहेगा. आप किसी और तरीके से भी दालचीनी को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. डायबिटीज में दालचीनी कैसे काम करती है? 


नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है कि दालचीनी के सेवन से अनियंत्रित शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए दालचीनी फायदेमंद साबित होती है. खासकर फास्टिंग शुगर पर इसका अच्छा असर देखा गया है. कुछ मरीजों को 3 महीने तक 1 ग्राम दालचीनी दी गई और पाया गया कि उनका फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल 17 फीसदी कम हो गया.


दालचीनी के फायदे सिर्फ शुगर ही नहीं बल्कि दालचीनी कई बीमारियों में कारगर साबित होती है. दालचीनी का सेवन करने से मोटापा कम होता है। इसे वजन घटाने के लिए अच्छा माना जाता है. दालचीनी का इस्तेमाल हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी किया जाता है. इसके लिए सुबह दालचीनी का सेवन करें। दालचीनी को रातभर एक गिलास पानी में भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को पी लें। इससे आपका धीमा मेटाबोलिज्म भी बढ़ेगा और वजन भी कम होगा.