नई दिल्लीः मौसम में बदलाव के साथ ही हमारे शरीर आमतौर पर कुछ संक्रामक रोगों का शिकार हो जाता है. इनमें सबसे ज्यादा आम टाइफाइड है, जिसे मियादी बुखार भी कहा जाता है. साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया से फैलने वाली संक्रामक बीमारी टाइफाइड होती है. हमारे शरीर में टाइफाइड के लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं. आम तौर पर मानसून के दौरान बच्चे टाइफाइड बुखार से पीड़ित होते हैं.


टाइफाइड का संक्रमण ज्यादातर साफ-सफाई नहीं होने की दशा में सबसे ज्यादा होता है. इसके साथ ही पानी के दूषित होने के कारण भी टाइफाइड का संक्रमण हो सकता है. टाइफाइड के बैक्टीरिया मानव शरीर की ब्लड वैसेल्स में काफी तेजी से फैलते हैं. वहीं किसी टाइफाइड संक्रमित का झूठा खाना या फिर पानी पीने से भी इसका संक्रमण हो सकता है.


टाइफाइड के लक्षण


टाइफाइड के शुरुआती लक्षणों में शरीर टूटना और बदन दर्द की शिकायत हो सकती है. जिसके बाद धीरे-धीरे लंबे समय तक बुखार बना रहता है. वहीं यह बुखार हल्के स्तर से शुरू होकर ज्यादा तापमान तक भी जा सकता है. बच्चों में अक्सर बुखार के साथ उन्हें उल्टी, दस्त और काफी तेद पेट दर्द की समस्या हो सकती है. इसके साथ ही अक्सर टाइफाइड के दौरान शरीर का काफी वजन कम हो जाता है. जिससे शरीर काफी हद तक कमजोर हो जाता है.


टाइफाइड से बचाव


टाइफाइड से बचाव के लिए हमें दूषित पानी के इस्तेमाल से बचना चाहिए. हमेशा फिल्टर पानी का इस्तेमाल हमें इस संक्रामक रोग से बचा सकता है. अगर आपके पास फिल्टर पानी की सुविधा नहीं है तो आप पानी को उबाल कर उसे ठंडा करके पी सकते हैं. इसके साथ ही अपने आसपास साफ सफाई रखने से भी टाइफाइड के संक्रमण से भी बचा जा सकता है. इससे बचने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करें. फलों का इस्तेमाल हमेशा साफ पानी से धुलकर ही करना बेहतर होगा.


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