लिवर की बीमारी जानलेवा और खतरनाक होती है. लिवर कैंसर की तुलना अक्सर एक साइलेंट किलर कहा जाता है. वह इसलिए क्योंकि जब इस बीमारी की शुरुआत शरीर में होती है तो कोई खास लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. और जब पता चलता है बीमारी अपने लास्ट स्टेज में होती है. लैंसेट रिपोर्ट के मुताबिक लिवर कैंसर एक साइलेंट किलर है. और इग्लैंड में इस बीमारी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हर दिन लगभग 25 लोग लिवर की बीमारी के कारण मर रहे हैं. यह आंकड़े हर साल बढ़ रहे हैं. वहीं दूसरी बीमारी के मरीजों की संख्या कम हो रही है. लिवर कैंसर अक्सर क्रोनिक लिवर की बीमारी के कारण ही होता है.


ब्रिटेन में लिवर कैंसर की स्थिति


यू.के. में कैंसर से होने वाली मौतों का सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला कारण है. लिवर की बीमारी के आंकड़ों को इसकी रोकथाम के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है, क्योंकि शराब, मोटापा और वायरल हेपेटाइटिस 90% मामलों के लिए ज़िम्मेदार हैं. अब, जुलाई 2023 के अपने अपडेट में, यू.के. ऑफिस फॉर हेल्थ इम्प्रूवमेंट एंड डिस्पैरिटीज़ ने एक बार फिर इंग्लैंड में लिवर की बीमारी के बोझ की ओर ध्यान आकर्षित किया है.


जिन अस्पतालों लिवर की बीमारी का इलाज होता है, वहां एडमिट हुए मरीजों की संख्या 2020-21 से 2021-22 तक 22% बढ़ गई और 2011-12 से इसमें 47% की चौंका देने वाली वृद्धि हुई है. लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक की बीमारी के कारण लिवर की बीमारी अस्पताल में भर्ती होने की दर सबसे अधिक थी और दक्षिण पूर्व में सबसे कम थी.


लैंसेट की रिपोर्ट


अकेले शराब से संबंधित लिवर की बीमारी के लिए, 2021 और 2022 वित्तीय वर्षों के बीच अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में 11·7% की वृद्धि हुई है, और पिछले 10 वर्षों में 65·5% की वृद्धि हुई है. शराब से संबंधित लिवर की बीमारी की दरें भी नॉर्थ- साउथ में मरीजों के आंकड़े में काफी फर्क है.  ये भर्ती डेटा मार्च 2023 के अपडेट से मेल खाते हैं, जिसमें पिछले 20 सालों में लीवर की बीमारी से होने वाली असामयिक मौतों की संख्या में 63·6% की वृद्धि हुई है.


लिवर कैंसर के कारण
एक्सपर्ट्स का कहना है कि लिवर कैंसर की एक नहीं कई वजह है. इनमें हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) और हेपेटाइटिस सी जैसे वायरल इंफेक्शन भी हैं, जो लिवर कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा लिवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis), स्मोकिंग, ज्यादा शराब पीना, मोटापा और डायबिटीज भी लिवर कैंसर का कारण मानते जाते हैं. खेती में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक केमिकल्स के संपर्क में आने से भी लिवर कैंसर हो सकता है.
 
लिवर कैंसर के लक्षण


लिवर कैंसर के लक्षणों में पेट फूलने, पेट में दर्द, उल्टी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं. लीवर कैंसर गंभीर होने पर स्किन का रंग बदल जाता है. उसमें पीलापन आ जाता है. आंखें भी पीली दिखने लगती है.  खुजली की समस्याएं होती हैं और वजन तेजी से कम होने लगता है. ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलकर जांच करवानी चाहिए.
 
लिवर कैंसर से बचाव कैसे करें


1.  शराब-सिगरेट तुरंत छोड़ दें
2. मोटापा कम करें
3. डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखें
4. हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन जरूर लगवाएं
5. लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियों में नियमित स्क्रीनिंग करवाते रहें.
 
लिवर कैंसर का इलाज


लिवर कैंसर में सर्जरी करवाना पड़ता है. वहीं, सिरोसिस जैसे गंभीर मामलों में लिवर ट्रांसप्लांटेशन की जरूरत पड़ सकती है. लोकली एंडवांस कैंसर के केस में इंस्ट्रा-आर्टिअल थेरेपी की मदद ली जाती है. वहीं, मेटास्टेटिक कैंसर में इम्यूनोथेरेपी और एंटी-एंजियोजेनिक थेरेपी काम आती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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