Root Canal Treatment: आज से कुछ साल पहले जब दांतों में सड़न होती थी तो दांत को ही जड़ से निकाल दिया जाता था, लेकिन साइंस ने तरक्की कर ली है अब कोई भी गंभीर समस्या होने पर दांत निकलवाने की जरूरत नहीं पड़ती है, बल्कि ऐसे दांतो को अब रूट कैनाल ट्रीटमेंट से बचा लिया जाता है.
क्या है रूट कैनाल?
सड़े हुए दांत के ऊपरी हिस्से से ड्रिल करके कैनाल को खोल दिया जाता है. इसके साथ पूरा पल्प निकाल लिया जाता है. इसके बाद पूरे कैनाल की हाइड्रोजन पेरोक्साइड एवं सोडियम हाइपोक्लोराइट से सफाई की जाती है. फिर से उसे पूरी तरह से भर दिया जाता है. इसके बाद सिल्वर फिलिंग या टूथ कलर फिलिंग से दांत को सील कर दिया जाता है. दांत को मजबूती प्रदान करने के लिए रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बाद उस पर कवर लगाना जरूरी होता है.
रूट कैनाल के बाद कब खाना चाहिए?
रूट कैनाल के बाद डॉक्टर तब तक खाने की सलाह नहीं देते जब तक कि आपके दांत और मसूड़े में लगा गम सूख ना जाए. ये आमतौर पर कुछ घंटो तक ही रहता है. यह जरूरी है कि रूट कैनाल के तुरंत बाद बिल्कुल भी ना खाएं आप के मसूड़े और दवाइयों के असर की वजह से आपका मुंह सन्न रहता है इससे आप अपने गाल, अपने जीभ काट सकते हैं,क्योंकि अगर आप महसूस ही नहीं कर सकते कि आप जो खाना खा रहे हैं वह गर्म है तो स्वाभाविक रूप से आप अपने जीभ को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
रूट कैनाल के बाद क्या खाना सही होता है
रूट कैनाल के तुरंत बाद नरम खाद्य पदार्थ खाना फायदेमंद होता है. जो खाद्य पदार्थ खाना या चबाना मुश्किल होता है जैसे नट, बीज उन्हें खाने से अवॉइड करना चाहिए. कैंडी गोंद या कैरेमल जैसे चिपचिपे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए. खाना खाते वक्त आपको टेंपरेचर का भी ध्यान रखना होता है. जैसे बहुत ठंडा यह बहुत गर्म भोजन या पानी नहीं पीना चाहिए. क्रीम, सूप, चीज, दही मिल्क शेक, तरल प्रोटीन सप्लीमेंट आप खा सकते हैं.
ट्राटमेंट के साइड इफेक्ट
रूट कैनाल ट्रीटमेंट के आम तौर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं हालांकि कुछ व्यक्तियों को कभी-कभी साइड पर कुछ परेशानी का अनुभव हो सकता है जैसे आपको लंबे समय तक दांतों में हल्के दर्द का अनुभव हो सकता है.कोई संक्रमित चीज रूट कैनाल ट्रीटमेंट के दौरान अगर दांतों में रह जाती है या उस पर एंटीबायोटिक सही से काम नहीं कर पाता है तो एलर्जी की वजह से छोटा सा फोड़ा निकल सकता है.
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