Roti Making Process: रोटी लोगों की डाइट का हिस्सा है. उत्तर भारत में लोगों का पेट बिना रोटी के भरता ही नहीं है. कुछ क्षेत्र में रोटी को चपाती के नाम से भी जाता है. वहीं, अंग्रेजी ब्रेड कह देते हैं. रोटी बनाने का आम प्रोसेस है. आटा पानी में गूथकर रख लिया जाता है. बाद में इसे तवे और उसके बाद सीधे आंच पर सेककर फूली हुई रोटी तैयार हो जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोटी इतने प्रोसेस से गुजरने के बाद कितनी सेहत के लिए खतरनाक हो जाती है. विशेषकर सीधी आंच पर इसे सेकना सेहत के लिए हानिकारक बना देता है. इसका खुलासा एक स्टडी में भी हुआ है. 


ये आया नई स्टडी में सामने


पर्यावरण विज्ञान और प्रौद्योगिकी जर्नल में एक रिसर्च पब्लिश की गई. रिसर्च के अनुसार, नैचुरल गैस चूल्हा और गैस स्टोव्ज से कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और सूक्ष्म कण निकलते हैं. ये सभी कण बॉडी के लिए खतरनाक है. इन पॉल्यूटेंट्स से सांस संबंधी समस्या, दिल से जुड़ी बीमारी यहां तक की कैंसर होने की संभावना भी रहती है. इसके अलावा दूसरी स्टडी न्यूट्रीशन एंड कैंसर जर्नल में पब्लिश हुई है. इसमें बताया कि तेज आंच में खाना बनाने पर कार्सीनोजन्स पैदा होते हैं. इन्हें भी बॉडी के विभिन्न आर्गन के लिए सही नहीं माना जाता है. 


पुरानी स्टडी ने भी माना, सेफ नहीं सेकना


फूड स्टैन्डर्ड्स ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के चीफ वैज्ञानिक, डॉ. पॉल ब्रेंट की ओर से वर्ष 2011 में एक रिपोर्ट पब्लिश की गई. रिपोर्ट के अनुसार, जब भी ब्रेड सीधे आंच के संपर्क में आती है. इससे एक्रिलामाइड नामक रसायन पैदा होतो हुए टोस्ट को लेकर की गई थी. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि गेंहू के आटे में भी प्राकृतिक चीनी और प्रोटीन होता है. गर्म होने पर कार्सीनोजेनिक केमिकल पैदा करता है. इसका सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता है.


तो फिर क्या करें?


विशेषज्ञों का कहना है कि अभी कुछ और स्टडी सामने आनी चाहिए. तभी पूरी तरह पिक्चर क्लियर हो सकेगी. हालांकि रोटी को तेज आंच पर बिल्कुल नहीं सेेकना चाहिए. इससे कार्बनयुक्त कण और जहरीले तत्व बॉडी में जाते हैं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और सुझाव प्रफेशनल्स द्वारा दिए गए इनपुट्स पर आधारित हैं. इन्हें अमल करने से पहले संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.