कोरोना वायरस की चपेट में आकर संक्रमित होनेवालों की संख्या बढ़ती जा रही है. कई हजार लोग खतरनाक वायरस की चपेट में आकर जिंदगी की जंग हार रहे हैं. ऐसी चिंताजनक स्थिति में लोग खतरनाक कोरोना वायरस के संपर्क में आने से बचने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. सोशल मीडिया की मदद से भी नए लक्षण और स्थिति की गंभीरता के सिलसिले में खुद को शिक्षित कर रहे हैं. हालांकि, कुछ सवाल लोगों को अभी भी परेशान कर रहा है, जैसे RT-PCR जांच कितना प्रभावी है? क्या होगा अगर रिपोर्ट निगेटिव हो और शख्स में अभी भी लक्षण जाहिर हो रहे हों? सीटी स्कैन कब कराएं और क्या सीटी स्कैन सुरक्षित है? लोगों के शक को दूर करने के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर विवेक चौकसे ने सभी सवालों के जवाब दिए.


RT-PCR टेस्ट निगेटिव, फिर भी कोविड-19 के लक्षण, क्या करें?
अगर आपका RT-PCR टेस्ट निगेटिव है और आपको अभी भी कोविड-19 के लक्षण का अनुभव हो रहा है, तो जरूरी है कि अपने डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि कभी-कभी RT-PCR टेस्ट अविश्वसनीय होता है. इसलिए अपने लक्षणों को चेक करें और होम आइसोलेशन में चले जाएं. इस दौरान अगर आपके अंदर कोविड-19 के लक्षण हैं, तब कुछ बातों का ख्याल रखें:



  • बड़े कमरे में खुद को क्वारंटीन करें जहां हवा की निकासी पर्याप्त हो.

  • ऑक्सीमीटर की मदद से अपने ऑक्सीजन का लेवल चेक करते रहें.

  • थर्मामीटर की सहायता से अपने शरीर का तापमान चेक करते रहें.

  • आइसोलेशन के 3-4 दिन बाद भी शरीर का तापमान कम नहीं होता है, तब फौरन दोबारा खुद की जांच करवाएं.


RT-PCR जांच कितना प्रभावी है?


वर्तमान में कोरोना की जांच के लिए दो तरह के टेस्ट हैं, रैपिड एंटीजन टेस्ट और RT-PCR टेस्ट. रैपिड एंटीजन टेस्ट कोविड-19 के लक्षण अनुभव होने पर किया जाता है. अगर जांच रिपोर्ट से कोई संतुष्ट नहीं है, तब  RT-PCR टेस्ट अंतिम जांच के तौर पर किया जाता है. हालांकि, दूसरी लहर की शुरुआत से देखा गया है कि RT-PCR टेस्ट सटीक नतीजे देने में नाकाम रहा है. घटना के कई उदाहरण हैं जहां RT-PCR जांच में शख्स कोविड-19 लक्षण होने के बावजूद निगेटिव आता है. 


क्यों RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव आ रही है?
जब से महामारी की दूसरी लहर ने देश को प्रभावित किया है, तब से RT-PCR जांच मरीजों को निगेटिव बता रहा है जिनको कोविड-19 के हल्के और मध्यम लक्षण हैं. विशेषज्ञ के मुताबिक,  RT-PCR टेस्ट करीब 70 फीसद गारंटी दे सकता है. इसकी कई वजहें हो सकती हैं:


कभी-कभी मरीज के शरीर में वायरस सामान्य होता है, और उसका भार बहुत कम होता है. ऐसी परिस्थिति में रिपोर्ट के निगेटिव आने की संभावना बढ़ जाती है. 


अगर एक मरीज करीब 1 सप्ताह बाद जांच करवा रहा है, तब ऐसी हालत में भी रिपोर्ट निगेटिव आ सकती है. 


 कोविड-19 के हल्का या मध्यम लक्षण वाले लोगों की भी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ सकती है. 


कब  CT Scan कराएं?
डॉक्टरों के मुताबिक, जिन लोगों को कोविड-19 के लक्षणों का अनुभव हो रहा है, उन्हें तत्काल आइसोलेट हो जाना चाहिए और RT-PCR टेस्ट करवाना चाहिए. अगर रिपोर्ट से निगेटिव होने का पता चलता है, लेकिन लक्षण अभी भी जाहिर हो रहे हैं, तब आइसोलेशन में रहें और अपने तापमान और ऑक्सीजन लेवल को चेक करते हैं. आइसोलेशन के 3-4 दिन बाद आपके शरीर का तापमान कम नहीं होता है, तब डॉक्टर से मिलें और एक बार फिर RT-PCR जांच कराएं. हालांकि, अगर दूसरी बार भी नतीजा निगेटिव आता है, तब डॉक्टर 4-6 दिन बाद सीटी स्कैन कराने की सिफारिश करता है. डॉक्टरों ने सलाह दी है कि जिन लोगों को गंभीर लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो उन्हें मात्र सीटी स्कैन कराना चाहिए. 


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