नई दिल्लीः हाल ही में आई रिसर्च के मुताबिक, उदासी और नकारात्मक भावनाएं रखने वाले लोगों में धूम्रपान करने की संभावना अधिक होती है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय में स्थित शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया कि उदासी जैसे अन्य नकारात्मक भावनाओं के कारण लोग शराब और धूम्रपान जैसी चीजों की तरफ अधिक प्रेरित होते हैं. जानें, दुःखी लोगों और चेन स्मोकिंग के बीच क्‍या संबंध हैं.


प्रमुख शोधकर्ता चार्ल्स ए. डोरिसन ने कहा कि किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावना, चाहे वह क्रोध, घृणा, तनाव, उदासी, भय या शर्म हो, किसी व्यक्ति में नशे का उपयोग करने की अधिक संभावना होगी.
डोरिसन ने प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित पत्रिका में बताया कि उदासी नशे की लत के उपयोग का एक विशेष रूप से शक्तिशाली ट्रिगर प्रतीत है.


चार तरह से रिसर्च की गई -


पहले शोध में, शोधकर्ताओं ने एक राष्ट्रीय सर्वे के आंकड़ों की जांच की जिसमें 20 वर्षों में 10,685 लोगों पर नज़र रखी गई. उन्होंने पाया कि प्रतिभागियों के बीच दुःख धूम्रपान करने वाले के साथ जुड़ा हुआ था.


दूसरे शोध में, टीम ने यह पता लगाने की कोशिश की कि क्या उदासी के कारण लोग धूम्रपान करते हैं या नकारात्मक जीवन की घटनाएं उदासी और धूम्रपान दोनों का कारण बनती हैं. इसका परीक्षण करने के लिए 425 धूम्रपान करने वालों को एक ऑनलाइन शोध के लिए भर्ती किया गया, जिन्होंने वीडियो क्लिप देखी.


तीसरे, शोध दूसरे शोध के समान, लगभग 700 प्रतिभागियों ने वीडियो देखे और जीवन के अनुभवों के बारे में लिखा जो या तो उदास थे या तटस्थ थे.


चौथे, शोध में 158 धूम्रपान करने वालों को यह जांचने के लिए भर्ती किया कि उदासी ने वास्तविक धूम्रपान व्यवहार को कैसे प्रभावित किया. प्रतिभागियों को कम से कम आठ घंटे (कार्बन मोनोऑक्साइड सांस परीक्षण द्वारा सत्यापित) धूम्रपान से दूर रहना पड़ा.


निष्कर्षों से पता चला है कि उदासी की स्थिति में व्यक्ति को धूम्रपान करने की बहुत ज्यादा क्रेविंग थी. ये भी देखा गया कि उदासी समूह में शामिल लोगों की तुलना में उदासी समूह के लोग जल्द ही धूम्रपान करने के लिए अधिक अधीर साबित हुए. उदासी की स्थिति में धूम्रपान करने वालों ने अधिक अधीर विकल्प दिए और प्रति कश में अधिक मात्रा में धूम्रपान किया.


ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.