ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कौन सी दवाएं लेना सेफ है और कौन सी नहीं, जानें एक्सपर्ट की राय
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मां को अपनी हेल्थ के साथ शिशु के हेल्थ का भी ध्यान रखना पड़ता है.कई बार बुखार, सर्दी या अन्य समस्याओं के होने पर माओं को समझ नहीं आता कि उन्हें दवाएं लेनी चाहिए या नहीं.
जब एक मां अपने बच्चे को अपना दूध पिलाती है, तो उसे अपनी हेल्थ का खास ध्यान रखना पड़ता है. ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवाओं का सेवन एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर कई माओं के मन में सवाल होते हैं. इस समय किसी भी दवा का असर सिर्फ मां पर ही नहीं, बल्कि बच्चे पर भी हो सकता है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि कौन सी दवाएं इस दौरान सुरक्षित हैं और कौन सी नहीं.
कौन सी दवाएं सेफ हैं?
एक्सपर्ट के अनुसार अगर आपको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दर्द हो रहा है या बुखार है, तो पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन जैसी दवाएं लेना आमतौर पर सेफ माना जाता है. ये दवाएं बच्चों पर असर नहीं डालतीं और मां को राहत देती हैं. इसके अलावा, कुछ एंटीबायोटिक्स भी सुरक्षित होते हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए. अगर आपको विटामिन्स की कमी है, तो विटामिन सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं, परन्तु डॉक्टर की सलाह जरूरी है. अगर आपको सर्दी या खांसी है, तो भी कुछ कफ सिरप्स सुरक्षित होते हैं, लेकिन हर कफ सिरप नहीं. इसलिए, कफ सिरप या अन्य ओवर-द-काउंटर दवाएं लेने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार जरूर पूछें.
कौन सी दवाएं सेफ नहीं हैं?
कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती हैं. इनमें से कुछ एंटी-एपिलेप्टिक दवाएं (मिर्गी की दवाएं), कुछ एंटीबायोटिक्स, और हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं शामिल हैं. इनके सेवन से बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है. इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ दवाएं, जैसे एंटी-डिप्रेसेंट्स, और हार्मोनल दवाएं भी बच्चे के लिए सुरक्षित नहीं मानी जातीं. ये दवाएं मां के दूध के जरिए बच्चे तक पहुंच सकती हैं और उसके विकास पर असर डाल सकती हैं.
एक्सपर्ट की सलाह
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है. डॉक्टर आपकी हेल्थ और बच्चे की सुरक्षा दोनों को ध्यान में रखते हुए आपको सही दवा लेने की सलाह देंगे. कभी भी खुद से दवा लेने की गलती न करें, क्योंकि इसका असर बच्चे पर पड़ सकता है.
जरूरी बातें
ब्रेस्टफीडिंग का समय मां और बच्चे के लिए बहुत खास होता है. इस दौरान मां की हेल्थ का ख्याल रखना जरूरी है, ताकि बच्चा भी हेल्दी रहे. सही दवाएं लें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें, ताकि दोनों सेहतमंद रहें. नहीं तो कोई भी दवा खा लेने से बच्चे के हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: Monkeypox: भारत में आया मंकीपॉक्स तो कितना होगा असर, जानें इसकी एंट्री पर कैसे लग सकती है रोक
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )