अगर आप हार्ट के पेशेंट हैं तो जानें कौन सी एक्सरसाइज आपके लिए सेफ है?
अगर आप हार्ट के पेशेंट हैं, तो एक्सरसाइज करना आपके लिए थोड़ा खतरनाक हो सकता है. लेकिन ये एक्सरसाइज न सिर्फ आपके सेफ है, बल्कि आपके दिल को मजबूत बनाने में भी मदद करेगा.
हृदय रोग का मतलब यह नहीं है कि आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं।.वास्तव में, यह एक संकेत है कि आपको और अधिक सक्रिय रहने की आवश्यकता है. हृदय की सेहत के लिए रोजाना व्यायाम बेहद फायदेमंद होता है. जब आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, तो यह आपके रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे आपके दिल की धड़कन मजबूत और स्थिर रहती है. आइए जानते हैं एक्सरसाइज करने से पहले क्या सावधानियां बरतें..
सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें
व्यायाम शुरू करने से पहले, अपने डॉक्टर से पूछें कि आपको कोई सीमाएं तय करनी हैं या नहीं. इससे आपको यह पता चलेगा कि आपके लिए कौन सा व्यायाम सेफ है.
हर हफ्ते 150 मिनट व्यायाम करें
हर हफ्ते 150 मिनट तक मध्यम तीव्रता वाला व्यायाम करने की कोशिश करें. आप साइकिल चला सकते हैं, तेज चल सकते हैं या तैराकी कर सकते हैं. अगर आपके पास समय कम है, तो व्यायाम को 15-15 मिनट के छोटे हिस्सों में बांट लें. इससे भी आपको वही लाभ मिलेंगे.
हल्के वजन वाले एक्सरसाइज
हर हफ्ते दो दिन शक्ति प्रशिक्षण करें. आप हल्के वजन उठा सकते हैं या रबर बैंड का इस्तेमाल करके एक्सरसाइज कर सकते हैं. इससे आपकी मांसपेशियां मजबूत होती हैं और आपका शरीर ताकतवर बनता है. शक्ति प्रशिक्षण करने से आपकी हड्डियां भी मजबूत रहती हैं और चोट लगने का खतरा कम हो जाता है. यह आपकी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है और इसे करना आसान है. धीरे-धीरे शुरुआत करें और नियमित रूप से करें. इससे आपको जल्दी अच्छे परिणाम मिलेंगे.
धीरे-धीरे शुरुआत करें
शुरुआत में हल्के व्यायाम से शुरू करें, जैसे 10 मिनट की हल्की सैर. जब आप तैयार महसूस करें, तो धीरे-धीरे लंबे और ज़्यादा तेज वर्कआउट की ओर बढ़ें.
मौसम का ध्यान रखें
जब तापमान बढ़ जाए या गिर जाए, तो अपने दिनचर्या को घर के अंदर ही करें. हृदय रोग आपके शरीर की ठंड और गर्मी को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है.
भारी वजन न उठाएं
भारी वजन न उठाएं या ऐसा व्यायाम न करें जिससे आपको अपनी सांस रोकनी पड़े. साँस रोकने से आपके दिल पर ज़्यादा जोर पड़ता है.
अपनी नाड़ी की जांच करें
व्यायाम करते समय अपनी नाड़ी की जांच करते रहें. अपने डॉक्टर से अपनी लक्षित नाड़ी दर के बारे में पूछें. अगर यह बहुत अधिक बढ़ जाती है, तो व्यायाम करना बंद कर दें या गति कम कर दें.
सावधानी रखें
अगर आपको चक्कर आने लगे या सांस फूलने लगे, तो व्यायाम करना बंद कर दें. लेकिन संभावना है कि जैसे-जैसे आप स्वस्थ होते जाएंगे, आप अपनी अपेक्षा से ज्यादा काम कर पाएंगे. इस तरह सही तरीके से और सावधानी से व्यायाम करने से आपका दिल मजबूत रहेगा और आप हेल्दी रहेंग.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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