Sarson Ka Saag Health Benefits: सर्दियों का मौसम जाने को है, लेकिन अभी भी लोगों के जुबां से सरसों का साग और मक्के की रोटी का स्वाद उतरा नहीं है. इन दिनों उत्तर भारत के घरों में इस पकवान को खूब बनाया जाता है. अगर सरसों के साग और मक्के की रोटी के साथ लस्सी या सफेद मक्खन का कॉम्बिनेशन हो जाए, तो इससे बेहतर क्या हो सकता है. सर्दियों में ये भोजन मिल जाए, तो दिल खुश हो जाता है.


लेकिन क्या आपको मालूम है, सरसों का साग खाना सिर्फ स्वाद के लिए ही अच्छा नहीं है, बल्कि इससे शरीर को भी कई फायदे होते हैं. ये कई खतरनाक बीमारियों से शरीर को लड़ने में मदद करता है. साथ ही साथ कई सारे रोगों का निदान भी करता है. आइए आज जानते हैं कि सरसों का साग खाने का क्या फायदा होता है. 


सरसों का साग खाने के फायदे


एंटीऑक्सिडेंट की अधिक मात्रा: सरसों के साग में तीन शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं. इसमें विटामिन के, विटामिन ए और विटामिन सी शामिल हैं. साग में मैंगनीज, फोलेट और विटामिन ई भी होता है. इसके अलावा, विटामिन ई, सी और ए भी पर्याप्त मात्रा में होता है. अस्थमा, हृदय रोग और रजोनिवृत्ति के लक्षणों से पीड़ित लोगों को इसके सेवन से काफी फायदा होता है.  


सूजन खत्म करने में सहायक: अगर आपके शरीर में लंबे समय तक सूजन है तो ये खतरे की घंटी हो सकता है. इससे कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियां हो सकती हैं. सरसों के साग में मौजूद विटामिन के और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे सूजन रोधी तत्व होते हैं, जो शरीर में सूजन होने से रोकने का काम करते हैं. 


कैंसर रोकने में सहायक: सरसो का साग अपने एंटीऑक्सीडेंट और जलनरोधी गुणों की वजह से कैंसर से लड़ने के लिए जाना जाता है. यह ब्लैडर, कोलन, ब्रेस्ट, फेफड़े, प्रोस्टेट और ओवरी के कैंसर से बचने में फायदेमंद हो सकता है. 


अस्थमा मरीजों के लिए फायदेमंद: सरसों के साग में विटामिन सी होता है, जो हिस्टामाइन के टूटने में मदद करता है. हिस्टामाइन एक ऐसा केमिकल होता है, जो अस्थमा के मरीजों में बड़ी मात्रा में पैदा होता है. इसके अलावा, साग में मौजूद मैग्नीशियम से फेफड़ों को राहत मिलती है.


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