उम्र बढ़ने के साथ क्यों सुबह जल्दी नींद खुल जाती है? साइंस के हिसाब से यह है असली वजह
घर के बड़े-बुजुर्ग या यूं कहें दादा-दादी घर में ऐसे सदस्य होते हैं जो सुबह जल्दी उठ जाते हैं क्यों? आज हम इसके पीछे का साइंस बताने वाले हैं.
घर के बड़े-बुजुर्ग या यूं कहें दादा-दादी घर में ऐसे सदस्य होते हैं जो सुबह जल्दी उठ जाते हैं क्यों? कई लोगों के पास इस सवाल का एक ही जवाब होगा कि वह जल्दी सो जाते हैं. वहीं कुछ लोग कहेंगे कि उनकी शुरू से यही आदत है. लेकिन साइंस कुछ और कहता है. आज हम इसके पीछे का साइंस बताने वाले हैं. आखिर क्यों घर के बुजुर्ग जल्दी उठ जाते हैं. साइंटिस्ट कहते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारे सोने के पैटर्न में भी काफी बदलाव होते हैं. 'हफफोस्ट' में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इसका कभी-कभी जेनेटिक कारण भी होता है. बढ़ती उम्र में जल्दी नींद खुल जाना. सिंडी लस्टिग जोकि मिशिगन विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर हैं. उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र के साथ काफी चीजें बदलती हैं. नींद पैटर्न के साथ काफी कुछ. इसके पीछे बस एक कारण नहीं हो सकता है. यह सभी आपस नें जुड़े हुए हैं.
फिजिकल एक्टिविटी कम होती है
इसका कारण यह है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है. वैसे-वैसे सूरज की रोशनी यह इशारा करती है कि दिन चढ रहा है और फिजिकल एक्टिविटी करना चाहिए. वरना दिन ढल जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिमाग एक्टिव कम होने लगता है. उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्ग खुद को यह समझाते हैं कि 24 घंटे में वो कितना काम करते हैं. युवा रात को सोने से आधे घंटे पहले भी खाते हैं तो कोई दिक्कत नहीं. लेकिन बुजुर्ग लोगों को अपने पेट की स्थिति देखते हुए काफी पहले खाना पड़ता है.
दिमाग शरीर को देता है कम प्रतिक्रिया
सुबह जल्दी उठना नींद की कमी के कारण भी हो सकते हैं. और किसी कि आदत भी हो सकती है. सामान्य तौर पर अधिकांश बुजुर्ग रात के बीच में टॉयलेट के लिए जागते हैं. यह शरीर में किसी दिक्कत की वजह से जागते रहते हैं तो ऐसे में उन्हें नींद की समस्या हो सकती है. उम्र बढ़ने के साथ सोने और जागने के पैटर्न में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं. इसका कारण यह भी हो सकता है उम्र बढ़ने के कारण दिमाग एक्टिव कम होने लगता है साथ ही साथ हमारा दिमाग शरीर को कम प्रतिक्रिया देता है. उम्र बढ़ने पर बुजुर्ग समय को सही ढंग से समझ नहीं पाते हैं, इसलिए वे अपने बच्चों या पोते-पोतियों के सामने थक जाते हैं. जिसके कारण वे पूरी तरह से आराम से और दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में जल्दी उठते हैं. उम्र बढ़ने के साथ-साथ आंखो की रोशनी में भी कमी आती है. बुजुर्गों को किसी भी चीज को देखने में परेशानी होती है. इसलिए मोतियाबिंद से पीड़ित हो जाते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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