Cure For Malaria:मलेरिया मच्छरों से होने वाला एक तरह का संक्रमण रोग है जो फीमेल एनोफिलीस मच्छर के काटने से होता हैं.हर साल मलेरिया से भारत में हजारों लोगों की जान जाती है,मलेरिया से होने वाली मौतों के मामले में भारत का विश्व में चौथा स्थान है. भारत ने 2027 तक मलेरिया मुक्त होने और 2030 तक इस बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. वैसे तो मलेरिया से लड़ने के लिए पहले से ही दवाएं मौजूद है लेकिन इस कड़ी में एक और कामयाबी हाथ लगी है जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की एक टीम ने इससे लड़ने के लिए एक अनोखा तरीका खोज निकाला है.
लिपिड को टारगेट कर होगा मलेरिया का इलाज
वैज्ञानिकों की टीम ने एंटीट्यूमर दवा के जरिए मलेरिया से लड़ने का एक नया तरीका खोजा है, इस तरीके में लिपि़ड को टारगेट कर मलेरिया का इलाज होगा.जेएनयू में स्पेशल सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर मेडिसिन के प्रोफेसर शैलजा सिंह के नेतृत्व में टीम ने एंटीट्यूमर एजेंट का परीक्षण किया और पाया कि इसने परजीवी के उस स्रोत को ही समाप्त कर दिया जहां से वह पोषण पाता है और आखिरकार इसकी मृत्यु हो गई.इस खोज से जुड़े नतीजे अमेरिकन सोसायटी फॉर माइक्रोबायोलॉजी के इंपैक्ट जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं इनमें कहा गया है कि व्यवहारिक रूप से सभी मलेरिया रोधी दवाओं के प्रतिरोधी का विकास वर्तमान मलेरिया को जड़ से उखाड़ देने के लिए चुनौती है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि मलेरिया के खिलाफ आर्टेमिसिनिन आधारित कीमोथेरेपी की सफलता के बावजूद कई बच्चों को अभी भी बचाना मुश्किल होता है और वो गंभीर मलेरिया से मर जाते हैं, ऐसे में मलेरिया के परजीवी को पोषण प्रदान करने वाले को ही टारगेट करने की थेरेपि मलेरिया परजीवियों को टारगेट करने वाली दवा का विकल्प हो सकती है.
मलेरिया परजीवी की कितनी प्रजातियां होती है?
मच्छर से पैदा होने वाली मलेरिया एक वायरस के कारण होती है, जो पहले लीवर सेल में और फिर रेड ब्लड सेल में अपना दुष्प्रभाव कई गुना बढ़ आता है. अमेरिका स्थित रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार मनुष्य को चार प्रकार के मलेरिया परजीवी संक्रमित करते हैं, इनमें प्लाज्मोडियम, फलसीपेरम, पी विवैक्स, ओवले और पी मलेरिया
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.