आंत की बैक्टीरिया, हार्ट अटैक के खतरे को करता है कम! साइंटिस्ट ने बताया दोनों के बीच का कनेक्शन
साइंटिस्टों के मुताबिक आंतों में पाई जाने वाली कुछ बैक्टीरिया ऐसी है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ दिल की बीमारी के खतरे को कम करती है.
दिल आपका हेल्दी रहे आप हार्ट अटैक या हार्ट से जुड़ी बीमारियों से दूर रहें इसके लिए सबसे जरूरी है कि आपका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहे. साइंटिस्टों ने इस दिशा में एक जबरदस्त खोज की है. उन्होंने अपने कई रिसर्च के आधार पर कहा है कि आंतों में पाई जाने वाली कुछ बैक्टीरिया कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखती है साथ ही दिल से जुड़ी बीमारी के खतरे को कम करती है.
रिसर्चर ने एक जर्नल में पब्लिश स्टडी में इस बात को जाहिर की आंतों में पाई जाने वाली बैक्टीरिया की कई प्रजातियां होती है. यह बैक्टीरिया अच्छी या बुरी दोनों तरह की होती है. इसमें जो खास तरह की बैक्टीरिया होती है को कोलेस्ट्रॉल को पचाने से लेकर उसके लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है.
इस रिसर्च में 1400 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया
रिसर्च के मुताबिक फ्रामिंघम हार्ट स्टडी में शामिल 1400 से अधिक लोगों से जुड़े आंकड़ों को शामिल कर विश्लेषण किया गया. आपकी जानकारी केलिए बता दें कि यह रिसर्च दशकों से चली आ रही है. इसमें दिल की बीमारी के कौन-कौन से फैक्टर हो सकते है उसपर भी पूरी तरह से रिसर्च किया गया. रिसर्चर ने पाया कि 'ऑसीलोबैक्टर' नाम की बैक्टीरिया अपने आसपास के कोलेस्ट्रॉल को पचाने और मेटाबोलाइज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जिन लोगों के आंतों में इस बैक्टीरिया का लेवल ज्यादा होता है उनका कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है.
क्या कहते हैं रिसर्च के नतीजे?
रिसर्च में इस बात को स्पष्ट किया गया है कि भविष्य में अगर हम इस पर ज्यादा काम करें तो आंतों के माइक्रोबायोम को ठीक करके दिल से जुड़ी परेशानी से बच सकते हैं. साथ ही इस रिसर्च में यह भी खुलासा किया गया है कि आंतों में होने वाले बदलाव आपकी सेहत और कई सारी बीमारियों को काफी हद तक प्रभावित करती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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