Hair Care Tips: सामने वाले व्यक्ति पर हमारा अच्छा इंप्रेशन पड़े इसमें जितनी महत्वपूर्ण भूमिका हमारा ग्लोइंग चेहरा, चमकदार दांत और मुस्कान निभाते हैं उतना ही अहम योगदान हमारे अच्छे बालों का भी है. साफ़ और सिल्की बाल हमारी पर्सनैलिटी में चार चांद लगाने का काम करते हैं. वहीं, अगर बाल खराब या बिखरे हुए हो तो ये हमारा लुक खराब कर देते हैं. बालों को साफ और मजबूत बनाए रखने के लिए लोग तरह-तरह के शैंपू का इस्तेमाल करते हैं. न केवल शैंपू बल्कि बदलते वक्त के साथ आप लोग कंडीशनर, हेयर जेल, सिरम, हेयर ऑयल आदि कई तरह के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगे हैं. भले ही ये प्रोडक्ट आपके बालों को मजबूत और स्टाइलिश बनाते हो लेकिन, इन प्रोडक्ट में कुछ खतरनाक केमिकल होते हैं जो हमारे बालों के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं है.


शैंपू या कंडीशनर का पाउच या बोतल जो बाहर से डिजाइनर पैकेजिंग के साथ आते हैं, ये हमें देखने में तो आकर्षक लगते है लेकिन, इसके अंदर मौजूद तरल पदार्थ हमारे बालों को नुकसान पहुंचाता है.  दरअसल, इसमें कई तरह के केमिकल्स मिले होते हैं जो हमारी बालों को डैमेज करते हैं. आइए जानते हैं कि शैंपू में कौन से केमिकल होते हैं जो हमारे बालों को नुकसान पहुंचाते हैं.


एक नहीं कई केमिकल पहुंचाते हैं नुक्सान-


पैराबेन


ब्यूटी प्रोडक्ट लंबे समय तक खराब न हो इसके लिए इनमें प्रिजर्वेटिव मिलाया जाता है. ब्यूटिलपैराबेन, प्रोपिलपैराबेन और मेथिलपैराबेन कुछ कॉमन पैराबेन है जिनका इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट में किया जाता है. ये न सिर्फ हमारे बालों के लिए हानिकारक है बल्कि, शरीर के हर अंग के लिए नुकसानदायक हैं जहां ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल, ये त्वचा के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं और हार्मोन एवं जीन्स को डैमेज करने का काम करते हैं. कुछ पैराबेन इतने खतरनाक होते हैं कि ये कैंसर का कारण भी बनते हैं.


एल्कोहल


कुछ शैंपू में एल्कोहल का भी इस्तेमाल किया जाता है. एल्कोहल हमारे बालों को ड्राई और कमजोर बनाते हैं. जब आप सर पर हाथ फेरते हैं या खुजलाते हैं तो बाल कमजोर होने की वजह से टूटने लगते हैं.


सल्फेट 


शैंपू में सल्फेट का इस्तेमाल किया जाता है जो एक तरह का क्लीनिंग एजेंट है. दरअसल, ये गंदगी को दूर करने में काम आता है जिसका इस्तेमाल अमूमन टॉयलेट क्लीनर, डिटर्जेंट या साबुन में किया जाता है. सल्फेट स्कैल्प को ड्राई करता है और नेचुरल ऑयल सीबम को खत्म कर देता है. इसके कारण बाल कमजोर होने लगते हैं और एकाएक टूटते हैं.


फ्रेगरेंस


कई शैंपू आपने ऐसे देखे होंगे जिनमें से अच्छी फ्रेगरेंस आती है. यानी जब आप शैंपू करके बाहर निकलते हैं तो आपके सिर से एक अच्छी महक आती है. ये महक भले ही आपको अच्छी लगे लेकिन, बालों के लिए यह बिल्कुल भी अच्छी नहीं है. दरअसल, शैंपू में खुशबू बढ़ाने के लिए थैलेट (Phthalate) केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. इससे बाल तो कमजोर होते ही हैं साथ ही कैंसर का खतरा और किडनी भी डैमेज होते हैं.



हर रोज शैंपू करना सही या गलत


हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो रोजाना बाल धोने से ये कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं. दरअसल, बाल एक प्रकार के वूल फाइबर की तरह होते हैं जिन्हें यदि हम रोज धोते हैं तो इनमें रूखापन आ जाता है और यह टूटने लगते हैं. दूसरी तरफ, हफ्ते में दो से तीन बार अगर आप शैंपू करते हैं तो इससे कमजोर हो चुके बाल आपके सर से निकल जाते हैं और नए बालों के लिए जगह बन जाती है. हमारे शरीर में लगातार ग्रोथ और हेयरफॉल के साइकिल में बाल पुनर्जीवित होते हैं बशर्ते कोई गंभीर बीमारी न लगे हो.


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