एक स्वस्थ्य व्यक्ति की तुलना में डायबिटीज वाले व्यक्ति को अपने खाने और पीने को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.  ऐसी कोई चीज जिसे खाने के बाद उनके शरीर को नुकसान न उठना पड़ा इसलिए थोड़ा परहेज करना चाहिए. गर्मियों का सीजन है मार्केट में कई तरह के फल और जूस मिल रहे हैं. ऐसे में डायबिटीज के मरीज को किन फलों को जूस पीना चाहिए और क्या फल खान चाहिए आज आपको बताएंगे. गर्मियों में मार्केट में गन्ने का जूस खूब मिलता है. ऐसे में आज बताएंगे कि डायबिटीज के मरीज को गन्ने का जूस पीना चाहिए या नहीं है.


गन्ने का रस स्वास्थ्य के लिए अच्छा है. 


'ऑनली माई हेल्थ' में छपी खबर के मुताबिक  गन्ने का रस एक नैचुरल ड्रिंक है. जो स्वास्थ्य का खजाना है जैसे- तांबा, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी, जिंक, मैंगनीज, कैल्शियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं. फार्माकोग्नॉसी रिव्यूज में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक गन्ने के रस में 70-75% पानी, 13-15% सुक्रोज और 10-15% फाइबर होता है. इसके अलावा, इसी अध्ययन में कहा गया है कि भारत में पीलिया, रक्तस्राव, पेशाब में जलन, पेशाब में जलन और टॉयलेट संबंधी बीमारी के इलाज में गन्ने का रस बेहद कारगर है. 


क्या यह डायबिटीज मरीजों के लिए सुरक्षित है?


ऑनली माई हेल्थ के मुताबिक गन्ने के रस से जुड़े कई स्वास्थ्य लाभ हैं. हालांकि, यह चीनी में उच्च है, एक कार्बोहाइड्रेट जो शरीर ग्लूकोज में टूट जाता है और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है.50 मिली जूस में 50 ग्राम चीनी होती है, जो 12 चम्मच चीनी से अधिक है. वयस्क महिलाओं को प्रतिदिन 24 ग्राम से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए और पुरुषों को 36 ग्राम से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए.


ग्लाइसेमिक आईइंडेक्स (जीआई) एक ऐसा माप है दो कोई भोजन या पेय कितनी जल्दी रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है. वह यह नापता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए आदर्श जीआई 50-55 की सीमा में है. हालांकि गन्ने के रस का जीआई 43 है, जो मधुमेह रोगियों के लिए अनुशंसित खुराक से बहुत कम है, केवल थोड़ी मात्रा में ही दिया जा सकता है.हालांकि गन्ने के रस में जीआई कम होता है, फिर भी इसमें उच्च ग्लाइसेमिक लोड (जीएल) होता है. जिसका अर्थ है कि यह ब्लड के शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है. हालांकि, गन्ने का रस उन रोगियों के लिए मददगार हो सकता है, जिन्हें अचानक शुगर ड्रॉप हो जाता है. जिसे हाइपोग्लाइसेमिक (कम शुगर) भी कहा जाता है, जो शुगर लेवल को बढ़ाने में मदद करता है.


यदि आप ब्लड में शुगर लेवल से परेशान हैं तो आपको गन्ने का रस संभल कर पीना चाहिए


बढ़ी हुई प्यास


जल्दी पेशाब आना
वजन घटना


थकान और कमजोरी महसूस होना


चिड़चिड़ापन या अत्यधिक मूड परिवर्तन महसूस करना


धुंधली दृष्टि


धीरे-धीरे भरने वाले घाव


बढ़े हुए संक्रमण, जैसे मसूड़े, त्वचा में इंफेक्शन


डायबिटीज के मरीज को गन्ने का रस पीने से थोड़ा परेशानी हो सकती है. गन्ने का जूस पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. तले हुए, प्रोसेस्ड, बेक्ड और मीठे खाद्य पदार्थ खाने से बचें.तले हुए, प्रोसेस्ड, बेक्ड और मीठे खाद्य पदार्थों से बचें। पास्ता, सफेद ब्रेड और चावल जैसे साधारण कार्ब्स को अपने आहार में शामिल न करें. चीनी-मीठे न से न खाएं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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