सर्दियों में हद से ज्यादा न खाएं बथुआ का साग, वरना पता भी नहीं चलेगा हो जाएंगे इस बीमारी का शिकार
बथुआ का साग सर्दियों में खूब खाया जाता है. लेकिन हद से ज्यादा यह साग खाना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. आइए जानें क्या है...
सर्दियों में हरी साग-सब्जी से पूरा मार्केट सजा हुआ रहता है. यह हरी साग-सब्जी पौष्टिक गुणों से भरपूर होता है. इन साग-सब्जी में बथुआ साग भी शामिल है. सर्दियों में लोग बथुआ का खूब खाते हैं यह काफी ज्यादा हेल्दी होता है. लेकिन हद से ज्यादा बथुआ का साग खाते हैं तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है. बथुआ में भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज तत्वों की मात्रा आंवले से ज्यादा होती है. आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बथुआ के साइडइफेक्ट्स के बारे में बताएंगे.
एलर्जी
बथुआ ज्यादा खाने से जिनकी स्किन सेंसेटिव है उन्हें एलर्जी की शिकायत हो सकती है. इसलिए जिन लोगों को खाने से एलर्जी होती है उन्हें बथुआ सीमित मात्रा में खाना चाहिए.
कैल्शियम
बथुआ में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. लेकिन अगर इसे हद से ज्यादा खाया जाए तो शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है. जिससे शरीर को काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है.
डायरिया
बथुआ में काफी ज्यादा ऑक्जेलिक एसिड होता है. जिसे ज्यादा खाने से डायरिया, पेट में दर्द, कब्ज की शिकायत हो सकती है. बथुआ खाने से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है.
प्रेगनेंसी
प्रेग्नेंट महिला के लिए ज्यादा बथुआ खाने नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए प्रेग्नेंसी में भूल से भी ज्यादा बथुआ नहीं खाना चाहिए. इसके कारण गर्भपात भी हो सकता है.
प्रभावित प्रजनन क्षमता
अगर बथुआ का साग अधिक मात्रा में लिया जाए तो यह प्रजनन क्षमता को भी काफी हद तक प्रभावित कर सकता है. इसमें प्रजनन-रोधी गुण होते हैं, इस दावे से अधिकांश विशेषज्ञ सहमत हैं.
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