टाइफाइड बुखार एक महामारी के द्वारा फैलता है. यह बुखार साल्मोनेला बैक्टीरिया के जरिये आपके शरीर में पहुंचता है. वैसे तो यह बुखार किसी भी इंसान को अपना शिकार बना सकता है लेकिन ये ज्यादातर बच्चों के लिए बेहद गंभीर होता है. इस बुखार में जरा सी लापरवाही भी बहुत खतरनाक साबित हो सकती है. यह अक्सर तब होता है जब, ज्यादातर खराब खानपान,गंदे पानी, संक्रमित जूस के साथ बैक्टीरिया आपके शरीर में आ जाते हैं. बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है जिसके कारण वो किसी भी बीमारी की चपेट में आसानी से आ जाते हैं. इसलिए बच्चों का खास ध्यान रखना बहुत आवश्यक हो जाता है, तो आइए आज हम आपको बच्चों में टाइफाइड होने के कारण और बचाव के बारे में बताने जा रहे हैं.
बच्चों में टाइफाइड होने के कारण-
खराब खानपान
ज्यादातर कोई भी इंफेक्शन या बैक्टीरिया आपके शरीर में खराब खानपान के जरिये ही प्रवेश करता है. गंदा पानी और खाना इसके बड़े कारणों में से एक है, जिससे आपको अपने बच्चों का बचाव करना बेहद जरूरी होता है. अक्सर बच्चे बिना हाथ धोए ही खाना खा लेते हैं, जो बच्चों में टाइफाइड के खतरे को बढ़ा देता है. इलके लिए आपको अपने बच्चों को बार-बार साबुन से हाथ धोने की आदत डलवानी चाहिए, जिससे जितना संभव हो वो बीमारियों से दूर रह सकें.
संक्रमित इंसान के संपर्क में आना
टाइफाइड एक ऐसी बिमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती हैं. कई बार जो लोग पहले से ही टाइफाइड बुखार से पीड़ित होते हैं बच्चें उन लोगों के पास ही होते हैं. ऐसे में खांसी, कफ या छींक की वजह से यह बच्चों में भी फैल सकता है. ऐसे इंसान इन समस्याओं से पीड़ित होते हैं उनसे दूरी बनाए रखनी चाहिए. इससे बच्चे में इस संक्रमण के फैलने का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है.
हाथ न धोना की आदत
बच्चों की एक और आदत यह होती है कि वो टॉयलेट करने के बाद अक्सर बिना हाथ धोए ही दूसरी चीज को छू लेते हैं, जो टाइफाइड और अन्य इंफेक्शन का कारण बनती है. आप अपने बच्चों में ऐसी आदत डालें कि वो टॉयलेट से जब भी बाहर निकलें, तो साबुन से अच्छी तरह अपने हाथ धोएं. जिससे वह किसी भी इंफेक्शन से आसानी से बच सकते हैं.
कैसे करें बचाव-
साफ-सुथरा खानपान
अपने आपको हेल्दी रखने के लिए आप कुछ भी खाने पीने से पहले साबुन से हाथ जरूर धोएं. ऐसा करने से आप खुद को और अपने खाने को हेल्दी रख सकते हैं. इसके साथ ही आप बच्चों को भी बताएं कि बिना बात के मुंह पर गंदे हाथ न लगाएं. ऐसे में आप इस बात का खास ख्याल रखें कि बच्चों को कुछ भी खिलाने से पहले उनके बाथ अवश्य धुलाएं.
पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाएं
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है, जिससे वो जल्दी बीमार हो जाते हैं. इसके लिए आप बच्चों में हरी पत्तेदार सब्जियां और फल खिलाने की आदत डालें और हर रोज उन्हें एक ग्लास दूध भी जरूर पिलाएं. इससे बच्चों की इम्यूनिटी होती है और वो लंबे समय तक हेल्दी रहने में कामयाब होते हैं.
टाइफाइड का टीका लगवाएं
बच्चों को टाइफाइड जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए टाइफाइड का टीका अवश्य लगवाएं. टाइफाइड से बचाव के लिए 9 से 12 महीने तक के बच्चें को टीके की पहली खुराक दे देनी चाहिए. फिर दूसरी खुराक 2 साल के आसपास देनी चाहिए और 4 साल के बाद तीसरा टीका लगवाना बेहद जरूरी होता है.
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