सिंगापुर में मिले कोरोना वैरिएंट के लक्षण क्या हैं, ये डेल्टा-ओमिक्रॉन और FLiRT से कितने अलग?
सिंगापुर में कोविड-19 की नई लहर ने कोहराम मचा दिया है. वहां कि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 5 से 11 मई के बीच कोविड-19 के मरीजों की काफी ज्यादा बढ़ गई है
Covid-19 In Singapore: सिंगापुर में कोविड-19 की नई लहर ने कोहराम मचा दिया है. वहां कि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 5 से 11 मई के बीच कोविड-19 के मरीजों की काफी ज्यादा बढ़ गई है. यह संख्या पिछले हफ्ते की तुलना में 25 हजार 900 हो गई है. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को मास्क पहनने और वैक्सीन लगवाने की खास सलाह दी है.
कोरोना के मरीजों की संख्या 181 से बढ़कर 250 हो गई
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने शनिवार को फिर से मास्क पहनने की सलाह दी है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वहां पर 181 केस आते थे वह बढ़कर 250 हो गए हैं. कोविड-19 के केसेस अचानक से दोगुनी हो जाती है. सिंगापुर के स्वास्थ्य सेवा सिस्टम में 500 मरीज होंगे जो सिंगापुर संभाल सकता है.
'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन' ने KP.2 वरेएंट को पहचाना
कोविड-19 के प्रमुख वेरिएंट अभी भी JN.1 और इसके उप-वंश हैं. जिनमें KP.1 और KP.2 शामिल हैं. वर्तमान में सिंगापुर में दो-तिहाई से अधिक मामले KP.1 और KP.2 के हैं. 3 मई तक 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन' ने KP.2 को निगरानी के तहत एक वेरिएंट के रूप में पहचाना था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान में वैश्विक या स्थानीय स्तर पर कोई संकेत नहीं है कि KP.1 और KP.2 अन्य परिसंचारी वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक हैं या अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनते हैं.
मंत्रालय ने कहा कि साल 2020 से 2021 तक कोविड-19 टीकाकरण शुरू होने के बाद से. टीके लगातार लोगों को गंभीर बीमारी से बचाने में सुरक्षित और प्रभावी साबित हुए हैं. इसने कहा कि दुनिया भर में अरबों खुराकें दी गई हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा निगरानी से पता चला है कि टीका सुरक्षित है. मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के साथ कोई दीर्घकालिक सुरक्षा चिंता भी नहीं रही है और mRNA टीकों सहित सभी टीकों के प्रतिकूल प्रभाव टीकाकरण के तुरंत बाद देखे गए हैं.
कितना खतरनाक है कोविड FLiRT वेरिएंट?
विशेषज्ञों के मुताबिक यह समझने के लिए क्या FLiRT सच में कोरोना के दूसरे वेरिएंट से काफी ज्यादा खतरनाक है. इस पर रिसर्च जारी है. इस लेकर चिंता इसलिए बनी हुई है क्योंकि इसमें पाई जाने वाली स्पाइक प्रोटीन में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. यानि यह इंसान के शरीर में घुसकर अपने हिसाब से बदलाव कर सकता है. जिसके कारण इस बीमारी का पता शुरुआत में नहीं चलता है.जो आगे चलकर SARS-CoV-2 जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है.
SARS-CoV-2 कोरोना वायरस का खतरनाक वेरिएंट जो सीधा इंसान के सांस लेने वाली नली में गंभीर इंफेक्शन का कारण बनता है. आखिर में लंग्स में इतना ज्यादा कफ हो जाता है कि मरीज सांस भी ठीक से नहीं ले पाता है. इस बीमारी की पहचान शुरुआत में नहीं होती लेकिन जब पता चलता है तो व्यक्ति तब तक गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है. यह इसलिए भी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि जब तक वह शरीर के अंदर पहुंचकर एकदम लोगों को बीमार न कर दे इसका पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल होता है.
CDC के रिपोर्ट के आधार पर FLiRT के लक्षण
बुखार के साथ ठंड लगना या सिर्फ बुखार
लगातार खांसी
गला खराब होना
नाक बंद होना या नाक बहना
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
सांस लेने में दिक्क्त
थकान
स्वाद या किसी भी चीज का गंध नहीं आना
ठीक से सुनाई न देना
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (जैसे पेट खराब होना, हल्का दस्त, उल्टी)
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