न्यूयॉर्कः हर मां बच्चे के लिए कभी ना कभी गाना गाती है. इससे ना सिर्फ बच्चे आराम से चुप हो जाते हैं या फिर सो जाते है बल्कि मां को भी बेहद सुकुन मिलता है. लेकिन क्या आप जानते हैं ये यूनिवर्सल फॉर्म ना सिर्फ बच्चे के लिए लेकिन मां के लिए फायदेमंद होती है. जी हां, हाल ही में आई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च के मुताबिक, इससे ना सिर्फ मातृत्व भावना सशक्त होती है बल्कि इससे सभी मां में मौजूद सभी नेगेटिव इमोशंस दूर हो जाते हैं है. साथ ही डिप्रेशन से भी नई माएं दूर रहती हैं.
क्या कहते हैं शोधकर्ता-
यूएस के मियामी फ्रोस्ट स्कूल ऑफ म्यूजिक के प्रोफेसर शैनन के मुताबिक, इस स्टडी का खुलासा वोकल डाटा के नतीजों और विश्लेषण से हुआ है. रिसर्च में पाया गया है कि अक्सर देखा गया है कि डिलीवरी के बाद नई मांएं डिप्रेशन में रहती हैं. ऐसे में वे इमोशंस और सेंसिटिविटी के साथ लोरी नहीं गा पातीं.
रिसर्च में ये भी पाया गया है कि जब शिशु सॉन्ग या लोरी सुनने में व्यस्त होते हैं तब मांएं और ज्यादा अलर्ट हो जाती हैं. लेकिन जब बच्चा सॉन्ग सुनने में इंटरेस्टेड नहीं होता तो मांए अपनी पिच में बदलाव कर सॉन्ग गाती हैं. ताकि शिशु अपनी प्रतिक्रिया दे.
दुनियाभर में मांए अपने शिशु के लिए एक ही तरह से गाती है और बच्चे भी इन स्पेशल सॉन्ग्स को पसंद करते हैं. यहां तक कि शिशु अपनी मां की आवाज, उनकी पिच की एकदम पहचान करने लगते हैं. इससे बच्चे मां की आवाज सुनते ही एकदम खुश हो जाते हैं.
ये स्टडी जर्नल ऑफ म्यूजिक थेरेपी में पब्लिश हुई थी.
बच्चों के लिए सॉन्ग गाना मांओं के लिए है फायदेमंद!
ABP News Bureau
Updated at:
21 Feb 2017 11:20 AM (IST)
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