सिनोफार्म का कोविड बूस्टर एंटीबॉडी की कमी को करता है दूर, जानिए तीसरी खुराक के और फायदे
सिनोफार्म की कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर पर रिसर्च के नतीजे सामने आ गए हैं. तीसरे डोज के एक सप्ताह बाद एंटीबॉडी का जमाव 7.2 गुना दूसरे डोज के पांच महीनों बाद देखे गए लेवल की तुलना में बढ़ गए थे.
![सिनोफार्म का कोविड बूस्टर एंटीबॉडी की कमी को करता है दूर, जानिए तीसरी खुराक के और फायदे Sinopharm’s covid-19 booster reverses antibody decline Know other benefits of third shot सिनोफार्म का कोविड बूस्टर एंटीबॉडी की कमी को करता है दूर, जानिए तीसरी खुराक के और फायदे](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/09/20/d1f3dbbbe2157936a14d9f777d4542f4_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
सिनोफार्म की कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक के चंद महीने बाद वायरस को निष्क्रिय करनेवाली एंटीबॉडीज लेवल में आनेवाली कमी बूस्टर डोज से दूर की जा सकती है. चीन में होनेवाली रिसर्च से ये भी पता चला कि कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी खुराक से कोरोना वायरस के खिलाफ सेल पर आधारित एंटीबॉडी रिस्पॉन्स मजबूत होता है. गौरतलब है कि ये नतीजे ऐसे समय सामने आए हैं जब चीन में बीमारी के ज्यादा जोखिम वाले ग्रुप को बूस्टर डोज दिए जाने का फैसला किया जा चुका है.
सिनोफार्म की कोविड-19 वैक्सीन के बूस्टर का कैसा है असर?
नतीजे पर पहुंचने से पहले वक्त के साथ वैक्सीन से प्राप्त एंटीबॉडी लेवल में कमी का शक जाहिर किया गया था. सुन यात सेन यूनिवर्सिटी से जुड़े अस्पताल के शोधकर्ताओं ने कहा कि तीसरे डोज के एक सप्ताह बाद एंटीबॉडी का जमाव 7.2 गुना दूसरे डोज के पांच महीनों बाद देखे गए लेवल की तुलना में बढ़ गए थे.
सिनोफार्म की वैक्सीन को चीन के टीकाकरण मुहिम में अहम भूमिका हासिल है और उसका इस्तेमाल संयुक्त अरब अमीरात, कंबोडिया और पाकिस्तान में हो रहा है. कई दूसरी वैक्सीन ने भी वक्त के साथ एंटीबॉडी लेवल में कमी दिखाई है और उसके निर्माताओं ने बूस्टर का मामला बनाने के लिए इस तरह के डेटा का इस्तेमाल किया है. लेकिन कुछ वैज्ञानिकों ने अभी और ज्यादा डेटा की मांग की है ताकि बूस्टर की जरूरत पर फैसला लिया जा सके.
एंटीबॉडीज लेवल में कमी पलट देती है तीसरी खुराक-रिसर्च
रिसर्च से पता चला कि साइनोफार्म की वैक्सीन की तीसरी खुराक के बाद इम्यून सिस्टम का एक अहम हिस्सा सेलुलर रिस्पॉन्स में सुधार हुआ. शोधकर्ताओं ने बताया कि तीसरी खुराक के बाद हार्मोनल और सेलुलर रिस्पॉन्स दोनों में मजबूत और तेजी से इजाफा होता है. रिसर्च के नतीजे अभी किसी पत्रिका में प्रकाशित नहीं किए गए हैं बल्कि प्रि प्रिंट सर्वर पर जारी किए गए हैं. BBIBP-CorV वैक्सीन पर रिसर्च में इस पर चर्चा नहीं की गई कि कैसे एंटीबॉडी जमाव में बदलाव वैक्सीन के असर को प्रभावित कर सकता है, या कैसे मजबूत एंटीबॉडी वायरस के वेरिएन्ट्स पर काम करती है.
टीकाकरण करानेवाले हेल्थ वर्कर्स के सैंपल का विश्लेषण करने पर पता चला कि साइनोफार्म की दूसरी खुराक के करीब 5 महीनों बाद वायरस को नकारा बनानेवाली एंटीबॉडीज का प्रतिशत 70 फीसद तक कम हो गया. इससे पहले फाइजर बायोएनटेक, मॉडर्ना और अन्य वैक्सीन के असर में भी वक्त के साथ कमी आने की बात का खुलासा हुआ है और कंपनियों की तरफ से इस तरह के डेटा को बूस्टर खुराक की मंजूरी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें
वजन कम करने के लिए टहलने की कैसे करें शुरुआत, जानिए सैर के दूसरे फायदे
क्या आपकी बॉडी सही तरीके से नहीं पचा पा रही है फैट, कैसे समझेंगे आप-जानिए संकेत और सुधार के उपाय
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)