एक ही पोजिशन में 10 मिनट तक बैठे रहने से आपको दिल की बीमारी का खतरा पैदा हो सकता है. इस बात का दावा एक अध्ययन में किया गया है. बीएमसी गेरिएट्रिक्स में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, कुछ समय बैठने के बाद 10 मिनट की कोई भी फिजिकल एक्टिविटी आपको इन बीमारियों से होने वाली मौत के जोखिम से बचा सकती है. कई शोधों में यह पाया गया है कि लंबे वक्त तक एक ही पोजिशन में बैठे रहने से कार्डियोवैस्कुलर डिज़ीज का खतरा बढ़ जाता है.


यह अध्ययन फिनलैंड के औलू यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल और औलू यूनिवर्सिटी के मेडिकल रिसर्च सेंटर के रिसर्चर्स ने किया है. रिसर्चर्स ने यह निष्कर्ष निकाला है कि डेली फिजिकल एक्टिविटी से वृद्ध लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. इस अध्ययन में यह भी बताया गया है कि फिजिकल एक्टिविटी न करने से कितना खतरा पैदा हो सकता है. स्टडी के मुताबिक, हर 10 मिनट की लाइट फिजिकल एक्टिविटी 6.5 प्रतिशत कम मृत्यु दर से जुड़ी थी. जबकि सेडेंटरी बिहेवियर में हर 10 मिनट की बढ़ोतरी से मृत्यु दर में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई. 


हर घंटे के बाद मूव करना जरूरी


लंबे वक्त तक बैठे रहने से दिल की बीमारी और डीप वेन थ्रोम्बोसिस का खतरा बढ़ सकता है. इसका मतलब है कि आपके पैरों की नसों में खून के थक्के बन सकते हैं. इतना ही नहीं, ये शरीर के बाकी हिस्सों तक पहुंचने पर और घातक साबित हो सकते हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस अध्ययन के टाइटल से मालूम चलता है कि बैठने के हर दस मिनट में हृदय रोग का जोखिम बढ़ते-बढ़ते और खतरनाक हो सकता है. 


फिजिकल एक्टिविटी पर दें ध्यान


एक्सपर्ट कहते हैं कि इस स्थिति से बचने के लिए आपको बीच-बीच वॉकिंग या कोई और फिजिकल एक्टिविटी करते रहना चाहिए और बैठने के समय को कम करना चाहिए. क्योंकि लंबे समय तक बैठना आपकी सेहत को खराब कर सकता है. दुनिया भर में लगभग 30 प्रतिशत आबादी ऐसी है, फिजिकल एक्टिविटी को लेकर ज्यादा सीरियस नहीं रहती. युवाओं की तुलना में बुढ़े लोगों में फिजिकल एक्टिविटी की कमी ज्यादा देखी जाती है. स्टडी के मुताबिक, अगर सभी इनएक्टिव लोग एक्टिव हो जाएं तो एक साल में होने वाली 50 लाख मौतों को टाला जा सकता है. 


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