कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद शरीर काफी कमजोर हो जाता है. हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर (Weak Immunity) हो जाती है, जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं. कोविड से रिकवरी के बाद कई लोगों में म्युकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस (Black Fungus) व्हाइट फंगस और येलो फंगस के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं अब कई लोगों को कोरोना से ठीक होने के बाद त्वचा संबंधी (Skin Problem) परेशानी हो रही हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से रिकवर हो चुके लोगों में कैंडिडियासिस (Candidiasis), मुहांसे और कई तरह के बैक्टीरियल इंफेक्शन की समस्या भी हो रही है. जानते हैं इनके लक्षण और बचाव. 


वाइट फंगस और ओरल कैंडिडियासिस 
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना से रिकवरी के दौरान इम्युनिटी कमजोर रहती है. ऐसे में वातावरण में अगर किसी तरह का फंगस हैं, तो वो आपको प्रभावित कर सकता है. ऐसे कई व्हाइट फंगस के मामले आए हैं जिनका संबंध कैंडिडियासिस से है. यह फंगल इंफेक्शन यीस्ट से होता है. कोविड के कई मरीजों में ओरल कैंडिडियासिस के मामले सामने आए हैं. ओरल कैंडिडियासिस में ही मुंह पर सफेद पैचिस दिखने लगते हैं.  


ओरल कैंडिडियासिस के लक्षण


मुंह में छाले होना


मुंह में अंदर सफेद पैचिस होना 


मुंह का लाल होना और दर्द रहना


मुंह का स्वाद चला जाना


मुंह में रूई जैसा महसूस होना


खाना खाते वक्त मुंह में दर्द होना


कैंडिडियासिस से बचाव


सबसे पहले आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए.


मुंह की अच्छी से साफ-सफाई रखनी चाहिए.


स्टेरॉयड लेने के बाद ब्रश या कुल्ला करना चाहिए.


कोविड से रिकवर होने के बाद टूथब्रश बदल दें.


मुहांसे 
कोरोना में हाई डोज स्टेरॉयड लेने की वजह से कई लोगों को चेहरे पर मुहांसे ( Acne) की समस्या हो रही है. इम्युनटी कमजोर होने की वजह से चेहरे पर सफेद के रंग के मुहांस निकल आते हैं. खास बात ये है कि ये साधारण मुहांसों की तरह नहीं होते. इन्हें कोमेडोनल एक्ने (comedonal acne) कहते हैं ये दिखने में छोटे और सफेद रंग के मस्से जैसे लगते हैं. आपकी चिन और माथे या पूरे शरीर पर भी ये हो सकते हैं. 


एक्ने का इलाज
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी आपको अपने शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान देना जरूरी है. अगर कोई भी दिक्कत हो रही है या त्वचा पर कोई इंफेक्शन दिख रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें. डॉक्टर इसके लिए आपको एंटी-बायोटिक्स, ओरल कांट्रेसेप्टिव दवाएं या सर्जिकल ट्रीटमेंट भी कर सकते हैं. 


बैक्टीरियल इंफेक्शन
कई लोगों को बैक्टिरियल इंफेक्शन जैसे फोड़ा, फुंसी की समस्या भी हो रही है. ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह से सही उपचार लेना जरूरी है. 


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